न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): बीती रात बेंगलुरु दंगों के आग में झुलसा, इस दौरान पुलिस ने इलाके की कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए 110 लोगों को गिरफ्त में लिया। मामले के पीछे उत्तरी बेंगलुरु के पुलकेशी नगर विधानसभा सीट से Congress विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति (Congress MLA Akhand Srinivas Murthy from Pulakeshi Nagar Assembly seat in North Bengaluru) के भांजे का हाथ बताया जा रहा है। आरोपी ने पैंगबर मोहम्मद साहब से जुड़ी विवावस्पद पोस्ट सोशल मीडिया पर (Controversial posts related to Prophet Mohammad Saheb on social media) साझा की थी। जिसके बाद समुदाय विशेष में रोष फैल गया। हिंसक भीड़ ने जमकर आगजनी, पत्थरबाज़ी और तोड़फोड़ की। घटना में 2 लोगों की मौत की बात भी सामने आ रही है।
हालातों को बिगड़ता देख विवादस्पद पोस्ट (Disputed posts) को तुरन्त हटा लिया गया, लेकिन तब तक हालात बेहद नाजुक बन चुके थे। गुस्साई भीड़ ने कांग्रेस विधायक के घर में तोड़फोड़ भी की। इस दौरान शहर के डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन (DJ Halli and KG Halli Police Station) पर भी जमकर पथराव किया गया। जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी। पूरे घटनाक्रम में तकरीबन 60 पुलिसवाले गंभीर रूप से जख़्मी (60 policemen seriously injured) हो गये। इस बीच आरोपी ने दावा किया कि, उसका फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया गया था। जिसके बाद विवादस्पद पोस्ट डाली गयी।
जिले के पुलिस आयुक्त कमल पंत (Commissioner of Police Kamal Pant) के मुताबिक दंगा प्रभावित इलाके में शांति बहाली के लिए धारा-144 लगा दी गयी है। साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल को भी तैनात (Deployment of additional police force) किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
लगातार गिरफ्तारियां की कवायद अभी भी जारी है। कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka Home Minister Basavaraj Bom) ने दंगों पर प्रतिक्रिया देते कहा कि- मामले की उचित प्रक्रिया के तहत जांच होनी चाहिए, लेकिन दंगे, हिंसा और आगजनी किसी समस्या का समाधान नहीं है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गयी है। दोषियों के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी। दंगों के बीच भाईचारे, साम्प्रदायिक सौहार्द और इंसानियत की मिसाल (Examples of brotherhood, communal harmony and humanity) भी देखने को मिली। कुछ लोगों ने मानव श्रृंखला (Human chain) बनाकर दंगाइयों को मंदिर पर हमला करने से रोका। स्थानीय प्रशासन सार्वजनिक सम्पत्ति को हुए नुकसान का आकलन लगा रहा है।