नई दिल्ली (यर्थाथ गोस्वामी): भारतीय ज्योतिष परंपराओं के अनुसार प्रत्येक महीने के त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) का प्रावधान निर्धारित है। ये व्रत महीने के दो बार यानि कि शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को आता है। इस दिन भगवान पशुपतिनाथ (Lord Pashupatinath) की आराधना प्रदोष काल में की जाती है। शिव महापुराण, शिव मंत्रों और शिव चालीसा का इस दिन विशेष रूप से पाठ किया जाता है। इसके प्रभाव से सुखी दांपत्य जीवन, निरोगी काया और यशस्वी संतान की प्राप्ति होती है।
माना जाता है कि, इस दिन भगवान शिव प्रदोष बेला में कैलाश पर्वत (Mountain Kailash) पर बने अपने रजत भवन में नृत्य करते हैं। साल 2021 के दौरान तीन सोम, पांच भौम और चार शनि प्रदोष का पावन संयोग बन रहा है। शनि प्रकोप से बचने के लिए जातक शनि प्रदोष का व्रत रखें। भगवान भोलेनाथ की कृपा से शनि का प्रभाव कम हो जाता है। जो भी साधक वर्ष भर में पड़ने वाले सभी प्रदोष व्रत रखने में असमर्थ है, वे सभी इन विशेष अवसरों पर पड़ने वाले प्रदोष व्रत का विधि-विधान पूर्वक पालन कर सम्पूर्ण फल प्राप्त कर सकते है।
साल 2021 का प्रदोष व्रत कैलेंडर
महीना | कृष्ण पक्ष में पड़ने वाले प्रदोष व्रत की तिथि और दिन | शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले प्रदोष व्रत की तिथि और दिन |
जनवरी | 10 जनवरी, रविवार | 26 जनवरी, मंगलवार (भौम प्रदोष व्रत) |
फरवरी | 09 फरवरी, (भौम प्रदोष व्रत), मंगलवार | 24 फरवरी, बुधवार |
मार्च | 10 मार्च, बुधवार | 26 मार्च, शुक्रवार |
अप्रैल | 09 अप्रैल, शुक्रवार | 24 अप्रैल, शनिवार |
मई | 08 मई, शनिवार | 24 मई, सोम प्रदोष व्रत, सोमवार |
जून | 07 जून, सोम प्रदोष व्रत, सोमवार | 22 जून, भौम प्रदोष व्रत, मंगलवार |
जुलाई | 07 जुलाई, बुधवार | 21 जुलाई, बुधवार |
अगस्त | 05 अगस्त, गुरुवार | 20 अगस्त, शुक्रवार |
सितंबर | 04 सितंबर, शनिवार | 18 सितंबर, शनिवार |
अक्टूबर | 04 अक्टूबर, सोम प्रदोष व्रत, सोमवार | 17 अक्टूबर, रविवार |
नवंबर | 02 नवंबर, भौम प्रदोष व्रत, मंगलवार | 16 नवंबर, भौम प्रदोष व्रत, मंगलवार |
दिसंबर | 02 दिसंबर, गुरुवार | 16 दिसंबर, गुरुवार |
31 दिसंबर, शुक्रवार | ||