नई दिल्ली (आदर्श शुक्ला): कांग्रेस पार्टी (Congress Party) अध्यक्ष के पद के लिये आगामी चुनावों को लेकर कांग्रेस में संघर्ष छिड़ गया, जिसमें तीन सांसदों ने सार्वजनिक रूप से मांग करते हुए कहा कि मतदाता सूची को सार्वजनिक किया जाये और पार्टी ने ये कहकर इसे खारिज कर दिया कि ये रवायत पार्टी में कभी मौजूद नहीं थी।
बीते रविवार (28 अगस्त 2022) को सीडब्ल्यूसी की बैठक में जी23 के नेता आनंद शर्मा (Anand Sharma) द्वारा मांग किये जाने के बाद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने बुधवार (30 अगस्त 2022) को कहा कि ये “स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव” के हित में किया जाना चाहिय। ये कदम संभावित उम्मीदवारों की मदद करने के लिये होगा, जिन्हें 10 प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर की जरूरत होगी। बता दे कि उन्हें शशि थरूर (Shashi Tharoor) और पी.चिदंबरम (P. Chidambaram) के बेटे कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) का समर्थन मिला।
एआईसीसी केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (AICC Central Election Authority) के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री (Madhusudan Mistry) ने कहा कि पीसीसी प्रतिनिधियों के निर्वाचक मंडल को राज्य मुख्यालय में देखा जा सकता है, जबकि उम्मीदवारों को समेकित सूची प्रदान की जायेगी। एआईसीसी महासचिव संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने नामावली को पब्लिश करने की मांग को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि, “ये अंदरूनी प्रक्रिया है, और इसे सभी के देखने के लिये पब्लिश नहीं किया जाना चाहिये। पार्टी में ऐसी कोई रवायत नहीं है। हम पुराने तौर-तरीकों का पालन करना जारी रखेंगे।”
मामले पर तिवारी ने ट्वीट किया कि, “सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध मतदाता सूची के बिना निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकता है? निष्पक्ष और स्वतंत्र प्रक्रिया का सार ही मतदाताओं के नाम और पते हैं… देश में ये पता लगाने के लिये कि मतदाता कौन हैं। किसी को हर पीसीसी कार्यालय क्यों जाना चाहिये?”
इसी मुद्दे पर थरूर ने कहा कि, “मुझे लगता है कि ये काफी अहम है… सभी को पता होना चाहिये कि कौन नामांकन कर सकता है और कौन मतदान कर सकता है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।”
कार्ति ने ट्वीट करते हुए कहा कि “सुधारवादी बागी नहीं हैं। हर चुनाव को अच्छी तरह से परिभाषित और स्पष्ट निर्वाचक मंडल की दरकार होती है … एड हॉक इलेक्टोरल मंडल (Ad Hoc Electoral Board) कोई निर्वाचक मंडल नहीं होता है।”
तिवारी ने ये भी पूछा कि सीडब्ल्यूसी ने राष्ट्रपति चुनाव के कार्यक्रम का ऐलान आखिर क्यों किया। 28 पीसीसी और आठ क्षेत्रीय कांग्रेस समितियों के लिये कुछ नहीं कहा।