नई दिल्ली (एएनआई): दिल्ली विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को कहा कि पार्टी के पास “प्रोजेक्ट करने के लिए नेता नहीं है”
सिब्बल ने का कहा कि, “हमारे पास जनता बीच उतारने के लिए नेता नहीं है। यह पार्टी के भीतरी मुद्दा है। हम इस पर गौर करेंगे और इसका जल्द से जल्द समाधान करेंगे।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान पर कहा कि “दिल्ली ने बीजेपी को जबरदस्त झटका दिया है और उनकी हार अब नहीं रुकेगी”।
“इस तरह की ध्रुवीकरण की राजनीति और समाज को विभाजित करने का खेल अब भाजपा के मंत्री नहीं कर पायेगें। फिलहाल देश के लोगों के साथ जो हो रहा है वह अच्छा नहीं हो रहा है।
सिब्बल ने कहा कि झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में उभर रहे परिणामों को आप देख सकते हैं। उनके लिए (भाजपा) खासतौर से अमित शाह को इस बात का एहसास हो गया है कि इस तरह देश के लोगों को विभाजित करने का कोई मतलब नहीं है। जो चुनावी फैसले होते हैं वह भारत की अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव छोड़ते हैं जिससे निवेश और निवेशक दोनों ही प्रभावित होते हैं
कपिल सिब्बल ने दावा करते हुए कहा कि- इस साल के आखिर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को ऐसे ही करारी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा।