न्यूज डेस्क (दिगान्त बरुआ): राजधानी दिल्ली (Delhi Govt.) में भले ही केजरीवाल सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के कितने ही बड़े वादे कर ले, लेकिन ज़मीनी हकीकत (Ground Reality) दावों से बिल्कुल अलग है। हाल ही में एलएनजेपी अस्पताल (LNJP Hospital) में कोरोना मरीज की अनदेखी की गई, जिससे मरीज ने गेट पर ही दम तोड़ दिया।
अस्पताल प्रशासन ने आधारहीन बयान जारी करके मामले से पल्ला झाड़ लिया। कई जगहों पर दिल्ली सरकार जानबूझकर कोरोना टेस्टिंग किट (Corona Testing Kit) उपलब्ध ही नहीं करवा रही, जिसके चलते संक्रमण (Infection) के आंकड़ों में भारी घालमेल हो रहा है। मामले को ढ़कने के लिए अब दिल्ली सरकार कोरोना टेस्ट कम करवा रही है। इस तरह इंफेक्शन के आंकड़े कम दिखाकर केजरीवाल हालातों को और भी बदतर बनाने की ओर ले जा रहे हैं।
इसी मामले को देखते हुए ट्विटर पर #AAPseNaHopayega ट्रैंड कर रहा है। मुद्दे की आंच को भांपते हुए कांग्रेस (Congress) ने ट्वीट कर लिखा कि- दस लाख लोगों की आबादी पर संक्रमण जांचने के लिए आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने अनोखा रास्ता चुना है। जिसके तहत रोजाना हो रहे कोरोना टेस्ट की संख्या को दिल्ली सरकार ने घटा दिया है।
कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल (Official Twiiter Handle) से दिल्ली में रोजाना हो रहे टेस्ट के आंकड़े साझा किये। जहां एक और संक्रमण की दर लगातार रिकॉर्ड बना रही है। वहीं दिल्ली सरकार इसके ठीक उल्ट इंफेक्शन टेस्टिंग करने में कमी ला रही है। कांग्रेस द्वारा साझा किए गए ग्राफिक्स (Graphic) के मुताबिक बीते 10 मई को 9584 टेस्ट किए गए, जो कि 5 जून तक आते-आते 5187 टेस्ट प्रतिदिन में तब्दील हो गया। कोरोना संकट वैश्विक स्तर पर अभूतपूर्व स्थिति है। ऐसे में राज्य सरकारों को लापरवाह रवैया (Irresponsible Behavior) छोड़कर संजीदगी से काम करना चाहिए। गलत आंकड़े पेश कर छवि चमकाने की कवायद से लाखों लोगों की जान को खतरा है।