न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने शनिवार (17 जुलाई 2021) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जनसंख्या नियंत्रण नीति को “पूरी तरह से गलत” बताया और आरोप लगाया कि इस मुद्दे को उठाने का भाजपा का मकसद विशुद्ध रूप से राजनीतिक है और इसका उद्देश्य खासतौर से समुदाय विशेष पर निशाना साधकर उन्हें परेशान करने का है।
एक समाचार एजेंसी के साथ साक्षात्कार में थरूर ने कहा कि, अगले 20 सालों में भारत के लिए बड़ी चुनौती बढ़ती सीनियर सिटीजन वाली आबादी होगा ना कि बढ़ती आबादी। तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सांसद ने कहा, “ये कोई संयोग नहीं है कि जिन तीन राज्यों में सरकार जनसंख्या कम करने की बात कर रही है, वे हैं यूपी (उत्तर प्रदेश), असम और लक्षद्वीप, जहां हर कोई जानता है कि कौन, किसे और किस तरह टारगेट कर रहा है।
थरूर ने ये भी दावा किया कि इस विधेयक के पीछे हिंदुत्ववादी तत्वों ने जनसांख्यिकीय मुद्दे (Demographic Issues) का ध्यानपूर्वक अध्ययन नहीं किया है और इसके पीछे उनका मकसद राजनीतिक और सांप्रदायिक है। शाशि थरूर का ये बयान उत्तर प्रदेश के जनसंख्या नियंत्रण विधेयक के मसौदे को सार्वजनिक किये जाने के बाद आया है और असम सरकार ने इस संबंध में इसी तरह की नीति तैयार करने का प्रस्ताव रखा है।
दोनों राज्यों में भाजपा का शासन है। जनसंख्या नियंत्रण विधेयक (Population Control Bill) में निर्धारित संख्या से ज़्यादा बच्चे पैदा करने पर आम लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से रोकने का प्रावधान है, जिनके दो से ज़्यादा बच्चे हैं और दो-बाल नीति का पालन करने वालों के लिये कुछ भत्ते का प्रस्ताव है।
साथ ही दोनों सदनों के सचिवालयों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ भाजपा सांसद संसद के आगामी मानसून सत्र में जनसंख्या नियंत्रण और समान नागरिक संहिता पर एक निजी सदस्य विधेयक (Private Member Bill) पेश करने के लिये तैयार हैं। गौरतलब है कि मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त को खत्म होगा।