नई दिल्ली (दिगान्त बरूआ): गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की अगुवाई में हुई सर्वदलीय बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इस दौरान दिल्ली प्रदेश भाजपा की ओर से इंफेक्शन टेस्ट की कीमत आधी करने की अपील गृहमंत्री से की गई, जिसे तुरंत प्रभाव से मंजूरी दे दी गई। अब राजधानी वासी 450 रुपए देकर 15 मिनट के भीतर इंफेक्शन टेस्ट करवा सकेंगे। उच्च स्तरीय बैठक के दौरान 20 जून से राजधानी दिल्ली में रोजाना 18,000 टेस्ट करने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक के दौरान एक विशेष समिति का गठन किया गया, जो निजी अस्पतालों (private hospitals) की मुनाफाखोरी पर लगाम कसेगी। समिति की सिफारिश पर निजी अस्पतालों में बेड चार्ज फिक्स किया जाएगा साथ ही कोरोना इन्फेक्शन से जुड़े इलाज की प्राइस कैपिंग भी की जाएगी। दिल्ली सरकार के अस्पतालों, केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों और निजी अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने पर खासा ध्यान देने की भी सिफारिश की। रेलवे द्वारा कोच में आइसोलेशन बेड्स की तादाद बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।
बैठक में कांग्रेस (congress) की अगुवाई कर रहे हैं, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का घेराव किया। उन्होंने केजरीवाल की निजी अस्पताल पर गलतबयानी से जुड़े साक्ष्य गृहमंत्री के सामने पेश किये। गृहमंत्री अमित शाह ने पेश किए गए सबूतों को जांच पड़ताल के लिए स्वास्थ्य सचिव को भेज दिया। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा तीनों ही ज्यादा से ज्यादा कोरोना टेस्ट कराने के पक्ष में खड़े दिखे। कांग्रेस की ओर से ये भी मांग उठायी गयी कि, कोरोना संक्रमित परिवार को ₹10000 की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाए।
साथ ही कुछ और अहम फैसले भी लिए गए। जिसमें इंफेक्शन टेस्ट 3 गुना करने और घर-घर जाकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा हेल्थ मैपिंग करने का रोड मैप तैयार करने की बात कही गयी। राजधानी में इंफेक्शन के रोकथाम निगरानी सीधा गृह मंत्रालय करेगा। जिसके चलते जल्द ही बेहतरीन नतीजे दिखने की उम्मीद है।