नई दिल्ली (गंधर्विका वत्स): होली का त्यौहार जल्द ही आने वाला है। पिछले साल कोरोना महामारी (Corona epidemic) के कारण लोग होली को जमकर नहीं मना पाये थे। लोग उम्मीद कर रहे है कि इस साल कुछ राहत मिलेगी, जिससे कि होली का त्यौहार खुलकर मनाया जायेगा। कई राज्यों में बढ़ते कोरोना मामलों के कारण राज्य सरकारें कई तरह के प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर हुई है। इसी बीच गुजरात के लोगों के लिए बुरी खब़र है कि राज्य सरकार ने बीते रविवार (21 मार्च) को वायरस के बढ़ते मामलों के बीच होली खेलने पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है।
मामले पर उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि- इस साल होली खेलने के लिए इज़ाजत नहीं दी जायेगी और नियम का उल्लंघन करने वालों को सख्त सजा दी जायेगी। इस साल होली का त्योहार 29 मार्च को और होलिका दहन 28 मार्च को पड़ेगा। सिर्फ ‘होलिका दहन’ अनुष्ठान की अनुमति (Ritual permission) सरकार द्वारा दी जाएगी। हालांकि गांवों और हाउसिंग सोसाइटियों में सीमित तादाद में लोगों की मौजूदगी में त्यौहार मनाया जा सकेगा। हमें गुजरात के लोगों पर विश्वास हैं और हम मानते हैं कि गुजरातवासी नियमों का पालन करेंगे और होली नहीं खेलेंगे।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच शनिवार (20 मार्च) को गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने लोगों से अपील की थी कि, वे कोरोना के मामलों में आये इज़ाफे से ना घबराये। राज्य सरकार अभी तक राज्यव्यापी लॉकडाउन (Statewide lockdown) लगाने पर विचार नहीं कर रही है। बीते शनिवार गुजरात से कोरोना के 1,565 नये मामले से सामने आये। जो कि बीते 4 महीने के रिकॉर्ड स्तर से कही ज़्यादा है। फिलहाल गुजरात में अब तक कोरोना के कुल मामलों की तादाद 2,85,429 तक पहुँच चुकी है।