शशांक शेखर (एंटरटेनमेंट डेस्क): मैन्युफैक्चरिंग, लॉजिस्टिक, ट्रांसपोर्ट रियल स्टेट, सर्विसेज समेत तकरीबन सभी सेक्टर्स पर कोरोना का भारी असर हुआ है। शेयर बाजार में भी भारी गिरावट दर्ज की गयी। आर्थिक मामलों के जानकार मानते हैं कि वायरस के कहर के बाद विश्व आर्थिक मंदी के लंबे दौर से गुजरेगा। ऐसे में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर भी इसका असर पड़ा है।
मौजूदा खतरे के बीच हिंदुस्तान की सबसे ग्लैमरस और मशहूर इंडस्ट्री यानि की बॉलीवुड भी अछूता नहीं रहा। एंटरटेनमेंट बिजनेस एनालिस्टों के मुताबिक फिलहाल के आंकड़े बता रहे हैं कि बॉलीवुड को 500-800 करोड़ रुपए की चपत लग सकती है। तमाम राज्य की सरकारों ने सिंगल स्क्रीन और मल्टीप्लेक्स बंद करवा दिए हैं। ऐसे में कई फिल्में अधर में अटक गई है। जिसकी वजह से प्रोड्यूसर्स का एक बड़ा तबका परेशान है। कई बड़ी बिग बजट मूवीज़ की रिलीजिंग भी फिलहाल टाल दी गई है। मौजूदा वक्त में सिल्वर स्क्रीन पर रणवीर सिंह स्टारर 83, अक्षय कुमार की सूर्यवंशी, दिवाकर बनर्जी के डायरेक्शन में बनी फिल्म संदीप और पिंकी फरार, रिलीजिंग डेट के लिए जूझ रही है।
लॉक डाउन खुलने के बाद नई रिलीजिंग डेट्स अनाउंस हो सकती हैं। इस लिस्ट में कई बड़ी फिल्में ऐसी भी है, जिनकी शूटिंग टेंपरेरी रोक दी गई है। कार्तिक आर्यन स्टारर भूल भुलैया 2, शाहिद कपूर की जर्सी, और धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही है मल्टीस्टारर फिल्म ब्रह्मास्त्र फ्लोर पर आने के लिए लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रही है। वायरस इनफेक्शन के बढ़ते खतरे ने डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स की कमर तोड़ कर रख दी है। एक मोटे अनुमान के मुताबिक हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को रोजाना तकरीबन 75 से 80 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है। सिंगल स्क्रीन और मल्टीप्लेक्स दोनों ही मिलाकर दिल्ली में ही तकरीबन 100 स्क्रीन्स है। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के टोटल कलेक्शन का 10 से 15 फ़ीसदी दिल्ली से ही कवर होता है। मौजूदा वक्त में पूरा देश लॉक डाउन के हालातों से गुजर रहा है। जिसकी वजह से बॉलीवुड इंडस्ट्री पर नेगेटिव इंपैक्ट पड़ना लाजिमी है। फिल्म रिलीजिंग का कैलेंडर भी गड़बड़ा गया है। जिसके चलते इस साल कई बड़ी फिल्मों के एक साथ रिलीज होने की संभावना है, साथ ही ऐसा भी हो सकता फिल्मों के बीच रिलीजिंग डेट को लेकर कोई टकराहट ही ना हो।
अप्रैल महीने में रूही आफज़ा, गुलाबो सिताबो और दिल बेचारा, एत्थे गर्ल वोत्थे ट्रेन के बीच टक्कर होनी तय है। इंदू की जवानी और निकम्मा भी एक साथ रिलीज होगी। शमशेरा और भूल भुलैया 2 के बीच भी ऐसे हालात बन सकते हैं। पृथ्वीराज, धाकड़, चेहरे और लूडो के बीच भी तगड़ा कॉम्पटीशन देखने को मिल सकता है। इन फिल्मों की डेट्स को डेढ़ साल पहले ही फाइनलाइज़ कर दिया गया था।
कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि, जिस तरह से अलग-अलग इंडस्ट्रीज के लिए सरकार राहत पैकेज की घोषणा कर रही है। ठीक उसी तर्ज पर बॉलीवुड को भी किसी तरह की सरकारी सहायता पहुंचाई जा सकती है।