न्यूज डेस्क (एकता सहगल): महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु और दूसरे राज्यों में कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप एक बार फिर से सिर उठाने लगा है। महाराष्ट्र के कई जिलों में बढ़ते संक्रमण और घटते रिकवरी रेट को देखते हुए सख्त पाबंदियां लागू की गयी है। इसी क्रम में बिहार सरकार ने आपात स्थिति की संभावनाओं को भांपते हुए सभी डॉक्टरों, प्राथमिक स्वास्थ्य कर्मियों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां आगामी 5 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दी है।
बीते गुरुवार महाराष्ट्र से रिकॉर्ड 25833 नये इंफेक्शन के मामले सामने आये। हालातों को बिगड़ता देख गुजरात में अपने पड़ोसी राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से लगी सभी सीमाओं को सील कर दिया। वहीं पंजाब के 9 जिलों में नाइट कर्फ्यू की समय सीमा को 2 घंटे बढ़ाकर रात 9:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक के लिए लागू कर दिया है। कमोबेश दिल्ली में भी नये कोरोना के मामलों की तादाद बढ़ती हुई नज़र आ रही है।
केंद्रीय परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8:00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना संक्रमण के 39726 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी क्रम में करीब 20654 मरीज संक्रमण को मात देकर सेहतमंद हो चुके है। इस दौरान 154 लोगों की मौत हो गयी। कुल मिलाकर देश में अब तक एक करोड़ पन्द्रह लाख चौदह हज़ार तीन सौ इकत्तीस कोरोना के मामले सामने आये। इनमें से एक करोड़ दस लाख तिरासी हजार छह सौ नवासी लोग वायरस संक्रमण को मात देकर तंदुरुस्त हो चुके हैं।
मौजूदा हालातों में एक्टिव केसों की संख्या दो लाख इकत्तर हजार दौ सौ बयासी हो चुकी है। साथ ही अब तक कोरोना वायरस से देशभर में मरने वालों की तादाद एक लाख उनसठ हजार तीन सौ सतर हो गई है। इसी कवायद के बीच देशभर में टीकाकरण अभियान (Vaccination campaign) भी काफी जोरों पर चल रहा है। पूरे भारत में करीब चार करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के सबसे ज्यादा मामले में महाराष्ट्र से दर्ज किये गये। बीते गुरुवार (18 मार्च 2021) 25883 मामले महाराष्ट्र से सामने आये। देश में महामारी आने के बाद से ये अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है, जो कि एक ही राज्य से एक ही दिन में इतने मरीज सामने आये हो। दूसरी ओर गुजरात में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य के बड़े शहरों में 10 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थानों (Educational establishments) को बंद कर दिया गया है। साथ ही कई यूनिवर्सिटीज के एग्जाम को रद्द कर दिया गया है। इस दौरान सिर्फ 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं ही आयोजित की जायेगी। अहमदाबाद और सूरत नगर निगम ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट, जिम, स्विमिंग पूल और चिड़ियाघर को बंद कर दिया। नाइट कर्फ्यू की सीमा को भी बढ़ा दिया गया है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के मुताबिक अगर फिर से लॉकडाउन से लागू करने के हालात बनते हैं तो बेझिझक लॉकडाउन लागू किया जायेगा।
हालातों को बिगड़ता देख महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच इंटर स्टेट बस सर्विस पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही राजधानी दिल्ली में भी संक्रमण दर 0.66 फीसदी से बढ़कर 0.76 हो गई है। मामले की गंभीरता को भांपते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते गुरुवार समीक्षा बैठक बुलाई और बैठक के दौरान कहा कि 18 वर्ष से ऊपर की आयु के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगायी जानी चाहिए। इस नियम का पालन करते हुए अगर सभी को टीका मुहैया करवाया गया तो करीब 3 महीने के भीतर पूरी दिल्ली का टीकाकरण किया जा सकेगा। जिससे कि हर्ड इम्यूनिटी बनने से संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकेगा।