नई दिल्ली (निकुंजा राव): देश के चार बड़े संस्थानों की संयुक्त रिसर्च (research) में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिसर्च नतीजों के मुताबिक मई महीने तक देश में फैल रहा कोरोना विकराल स्वरूप धारण करेगा। गौरतलब है कि Armed Forces Medical College Pune, Jawaharlal Nehru Centre For Advanced Scientific Research Bangalore, Indian Institute of Technology Mumbai और Indian Institute of Science Bangalore ने मिलकर जॉइंट रिसर्च प्रोग्राम चलाया। जिससे काफी डरावने नतीजे निकले।
रिसर्च में बताया गया है कि, भारत में मई महीने के दौरान वायरस की वजह से 38,220 मौतें हो चुकी होंगी। साथ ही तकरीबन 30 लाख लोग वायरस से इन्फेक्टेड होंगे। लॉकडाउन खुलने के बाद संक्रमण से होने वाली मौतों की तादाद में बड़ा इजाफा हो सकता है। लॉकडाउन जारी रहा तो मौत के आंकड़ों में निश्चित तौर पर कमी आयेगी। रिसर्च में इस्तेमाल किया गया डेटा इंफेक्शन से हुई मौतों की बुनियाद पर टिका है।
रिसर्च का हिस्सा रहे शोधार्थियों ने देश के आधारिक मेडिकल ढांचे को और भी ज्यादा मजबूत बनाने की सिफारिश की। इससे पहले इसी रिसर्च टीम ने इटली (Italy) और न्यूयॉर्क (NewYork) में फैल रहे इंफेक्शन की केस स्टडी से नतीजा निकालकर जो संभावनाएं जतायी थी, वो बेहद सटीक साबित हुई।
शोध से मिले आंकड़े का आकलन सबसे बुरे हालातों के मद्देनजर किया गया है। संभावनाएं जताई जा रही है कि, वक्त के साथ संभावित आंकड़ों में फेरबदलाव आ सकते हैं। रिसर्च कंडक्ट करने का मकसद वक्त रहते व्यवस्था-प्रशासन को सजग करना है। ताकि बुनियादी मेडिकल ढांचे को आने वाले हालातों के लिए पहले से तैयार किया जा सके।