न्यूज डेस्क (संटू कुमार मंडल): लॉकडाउन (lockdown) के कारण पूरे देश के अप्रवासी दिहाड़ी मजदूरों (daily wages migrants) की रोजी रोटी पर बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है। जहां एक तरफ सभी राज्यों की सरकारें अप्रवासी मजदूरों से जहां है, वहीं बने रहने की अपील कर रही हैं। लेकिन मजदूरों का पलायन बदस्तूर जारी है। महंगाई और बेरोजगारी की मार के बीच सभी अपने परिवार के बीच रहना चाह रहे हैं। इसी के चलते कई लोग अपने पैतृक स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं।
कुछ ऐसा ही मामला शेखपुरा जिले (Shekhpura districts) के सदर प्रखंड के सरमैदान गांव से सामने आया। हरियाणा (Haryana) और आगरा (Agra) में काम करने वाले इलाके के 29 मजदूर साइकिल चला कर यहां पहुंचे। गांव पहुंचकर ये लोग काफी खुश दिखे। जैसे ही ये सूचना स्थानीय जिला प्रशासन को मिली तो उनके हाथ पांव फूल गए। सदर बीडीओ (Sadar BDO) ने तत्काल मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया। फिलहाल सभी की इन्फेक्शन जांच करवा कर 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। जिले की मेडिकल टीम (medical team) इन लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी में लगी हुई है।
गूगल के मुताबिक हरियाणा से आने वाले मजदूरों ने तकरीबन 1,289 किलोमीटर और आगरा से आने वाले मजदूरों ने 955 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया। देश के कई हिस्सों से मजदूरों के पलायन की दर्दनाक खबरें इस दौरान सामने आयी। जिनमें कुछ दिहाड़ी मजदूरों की पैदल चलने के कारण हुई मौत की खबरें भी शामिल है।
केंद्र और राज्य सरकारों के सभी आश्वासनों के बावजूद मजदूर अपने घरों तक पहुंचने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। प्रशासन भले ही भोजन-पानी की व्यवस्था करने का दम भरता हो। लेकिन लंबे समय तक घर से दूर रहने की वजह से, ये लोग भावनात्मक रूप से टूट रहे हैं। जिसकी भरपाई की व्यवस्था किसी भी सरकार के पास नहीं है।