नई दिल्ली (ब्यूरो): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अपील का आम जनता पर आज सीधा और गहरा असर होता दिखा। पीएम मोदी (PM Modi) ने लोगों से अपील की थी, कि जनता कर्फ्यू (Janta Curfew) वाले दिन लोग अपने घरों से थाली शंख और घंटी बजाकर उन लोगों की हौसला अफजाई करें जो राष्ट्र को कोरोना मुक्त करने के लिए कोशिशें कर रहे हैं। पीएम मोदी की इस अपील का लोगों पर जादुई असर हुआ। ताली और थाली बजाने को लेकर बच्चों में खास उत्साह का माहौल देखा गया।आज देश भर के कई हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आई जहां पर लोगों ने खुद को घरों में कैद करके कोरोना के खिलाफ एकजुटता दिखाई। कहीं ना कहीं यह कवायद लोगों के बीच सामूहिक चेतना बनाने के लिए की गई थी। डॉक्टर (Doctors), पैरामेडिकल स्टाफ (Paramedical Staff), मेडिकल शोधकर्ताओं (Medical Researchers) और आम जनता सभी अपने अपने स्तर पर कोरोना पर लगाम कसने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
कुछ इसी तरह की तस्वीर देश के अलग-अलग हिस्सों से देखने में आयी। प्रशासन की ओर से इसके अलावा और भी कई एहतियातन कदम उठाए गए हैं। जिसके चलते दिल्ली मेट्रो कोलकाता मेट्रो को अगले आदेश तक 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। राजस्थान और पंजाब को 31 मार्च तक के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है। इसके साथ ही भारतीय रेलवे ने 1 हफ्ते के लिए सभी पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही सभी मंत्रालय अपने अधिकार क्षेत्र के तहत भरसक प्रयास कर इस वायरस से लड़ने की मुहिम उतर चुके हैं।
जनता की इस प्रतिक्रिया पर से मोदी ने ट्विट कर आभार व्यक्त किया है। पीएम मोदी लिखते हैं कि-कोरोना वायरस की लड़ाई का नेतृत्व करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को देश ने एक मन होकर धन्यवाद अर्पित किया। देशवासियों का बहुत-बहुत आभार…
आम जनता को हिदायत देते हुए, पीएम मोदी ने लोगों से सरकारी निर्देशों को मारने की गुजारिश करते हुए लिखा कि- केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का जरूर पालन करें। जिन जिलों और राज्यों में लॉक डाउन की घोषणा हुई है, वहां घरों से बिल्कुल बाहर न निकलें। इसके अलावा बाकी हिस्सों में भी जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घरों से बाहर न निकलें।
कोरोना के खतरे के मद्देनजर लोगों को हालातों को हल्के में ना लेने की बात कहते हुए पीएम मोदी लिखते हैं कि- आज का जनता कर्फ्यू भले ही रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम सेलिब्रेशन शुरू कर दें। इसको सफलता न मानें। यह एक लम्बी लड़ाई की शुरुआत है। आज देशवासियों ने बता दिया कि हम सक्षम हैं, निर्णय कर लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एक होकर हरा सकते हैं।
जनता को समझना होगा कि हालात अभी भी नाजुक बने हुए हैं। ऐसे में लोगों की सतर्कता और जागरूकता ही बचाव का एक रास्ता है। केंद्र सरकार और राज्यों की सरकारें अपने स्तर पर हालातों से निपटने के भरसक प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में हम नागरिकों का कर्तव्य बनता है कि प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।