नई दिल्ली (शौर्य यादव): ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा मिले संकेतों के मुताबिक, अब भारत में जल्द ही स्वदेशी तकनीक से निर्मित Covid-19 वैक्सीन के इस्तेमाल को आधिकारिक मंजूरी मिल सकती है। आज स्वदेशी वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल (Emergency use of indigenous vaccine) को मंजूरी मिल सकती है। जिसके लिए विशेषज्ञों के एक पैनल की मीटिंग बुलाई गयी है। हाल ही में कुछ दिन पहले ड्रग्स कंट्रोलर जनरल डॉक्टर वीजी सोमानी एक वेबिनार कार्यक्रम के दौरान दावा किया था कि, नये साल की शुरूआत के साथ ही हमारे पास महामारी के खिलाफ कुछ होगा।
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया डॉक्टर वीजी सोमानी (Dr VG Somani, Drug Controller General of India) से पहले एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी दावा किया था कि भारत के पास जल्द ही स्वदेशी तकनीक से निर्मित वैक्सीन होगी। बीते बुधवार को ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा संयुक्त रूप से विकसित वैक्सीन के इस्तेमाल को हरी झंडी मिली है। जिसका उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर कर रहा है। कयास लगाये जा रहे है कि सबसे पहले इसी वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दी जा सकती है।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की इस बैठक में फाइजर और भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल पर चर्चा हो सकती है। बैठक के दौरान टेस्टिंग प्रक्रिया से जुड़े डेटा, सैम्पलिंग, क्लीनिकल ट्रायल के नतीज़े और केस स्टडी (Data, sampling, clinical trial results and case studies) से जुड़े दस्तावेज़ों का विश्लेषण किया जायेगा। जिसके बाद विशेषज्ञों का पैनल इस्तेमाल करने से जुड़े निर्देश जारी करेगा। इस बैठक को मौजूदा हालातों में काफी अहम माना जा रहा है। कल से यानि कि 2 जनवरी से देशव्यापी वैक्सीन का ड्राई रन किया जाना तय किया गया है।
इससे पहले एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि, भारत में वैक्सीन की उपलब्धता महीनों, हफ्तों की बजाय कुछ ही दिनों में उपलब्ध हो सकती है। ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन अन्य वैक्सीनों की तुलना में काफी सस्ती है। जिसके रखरखाव में काफी लागत आती है। फिलहाल सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) से इसकी खरीद को लेकर कोई अधिकारिक समझौता नहीं किया है। सीरम इंस्टीट्यूट की प्राथमिकता सबसे पहले भारतीय बाज़ारों में वैक्सीन को आपूर्ति करने को लेकर है। फिलहाल कंपनी को पास वैक्सीन की 5 करोड़ खुराकें तैयार है। मार्च तक 10 करोड़ वैक्सीन और तैयार कर ली जायेगी।