‘वही इंसान सबसे शानदार और जानदार है, जिसके इरादे नेक और ईमानदार हैं.. ऐसे ही लोगों को फेहरिस्त में आते हैं साल 2022 में UPSC का एग्जाम क्रैक करने वाले रिंकू सिंह राही (Rinku Singh Rahi)। अलीगढ़ (Aligarh) के डोरी नगर (Dori Nagar) के रहने वाले रिंकू के पिता शिवदान सिंह आटा की चक्की चलाते हैं। लेकिन रिंकू के इरादे शुरू से ही कुछ बड़ा कर अपने घर के हालातों बेहतर बनाने के थे। उन्होंने मेहनत कर 2008 में पीसीएस की परीक्षा पास की और अधिकारी बन गये। उनकी पहली पोस्टिंग मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में हुई।
इस दौरान साल 2009 में उन्होंने स्कॉलरशिप और फीस रीइंबर्समेंट के नाम पर करोड़ो रुपये के घोटाले (Scholarship and Fee Reimbursement Scam) का पर्दाफाश किया था। जांच के बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत भी की। इससे वो माफिया के निशाने पर आ गये। जिसके बाद एक दिन बैडमिंटन खेलते हुए उनपर कुछ लोगों ने गोलियां चला दीं और उन्हें 7 गोलियां लगी। इस वारदात के बाद उनकी जान तो बच गयी लेकिन रिंकू ने एक आंख और एक कान खो दिए। जबड़े पर गोली लगने के कारण चेहरे की सर्जरी भी करवानी पड़ी।
मौत से लड़ने के बाद भी उन्होंने हारकर बैठने के बजाये और ताकत हासिल करने का फैसला किया और UPSC की तैयारी शुरू कर दी। रिंकू ने अपनी कड़ी मेहनत और एकाग्रता की बदौलत साल 2021 UPSC सिविल सर्विसेस परीक्षा पास की और IAS अफ़सर बने।
इतनी तकलीफें उठाने के बावजूद उन्होंने अपने हालातों को कमज़ोरी नहीं बनाया, बल्कि उससे प्रेरणा लेकर कामयाबी हासिल कर दिखाई और आज IAS रिंकू राही खुद लाखों लोगों की प्रेरणा हैं।