स्पोर्ट्स डेस्क (नई दिल्ली): भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) को खेल और क्रिकेटरों के बारे में एक अलग अंदाज़ में अपनी राय व्यक्त करने के लिए जाना जाता है। पूर्व क्रिकेटर, जो वर्तमान में अपने दैनिक सोशल मीडिया शो (social media show) वीरू की बैठक (Viru ki Baithak) की मेजबानी कर रहे हैं, जहाँ उन्होंने वेस्टइंडीज के पूर्व बल्लेबाज ब्रायन लारा (Brian Lara) के बारे में बात करते अपने फैन्स के सवालों का जवाब दिया।
अप्रैल 2004 में एंटीगुआ (Antigua) के सेंट जॉन (St. John) में इंग्लैंड के खिलाफ लारा के अपराजेय चतुर्थ शतक (Lara’s unbeatable quadruple century) के बारे में बोलते हुए, सहवाग ने दो बल्लेबाजों का नाम लिया। सहवाग का मानना है कि सिर्फ ये दो बल्लेबाज़ ही लारा का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। सहवाग ने कहा कि भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और डेविड वार्नर (David Warner) ही इस बेहद मुश्किल और ऑल-टाइम रिकॉर्ड को तोड़ सकते है। उन्होंने कहा, “अगर कोई लारा के इस रिकॉर्ड को तोड़ सकता है, तो वह डेविड वार्नर और रोहित शर्मा हैं। अगर रोहित शर्मा के के पास डेढ़ दिन का समय होता हैं और वे होते हैं, तो वे इन रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।”
हैरानी की बात यह है कि नज़फगढ़ के नवाब ने भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) को इस लिस्ट में शामिल नहीं किया। आज तक, लारा का टेस्ट क्रिकेट में 400 नॉट आउट का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बना हुआ है।
सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय हैं जिन्होंने तिहरा शतक (300 या अधिक रन) बनाए हैं, और 2004 में मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ 309 और 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रन बना चुके हैं, जो कि सिर्फ 278 गेंदों पर 300 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज तिहरा शतक है।
उन्हें अपने खेल के दिनों में रिकॉर्ड तोड़ने के लिए व्यापक रूप से जाना जाता था। उसी के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि वह हमेशा जल्दी में रहते थे और इसलिए, कभी भी रिकॉर्ड नहीं तोड़ सकते थे। उन्होंने कहा कि उनके भाग्य में लारा के रिकॉर्ड को तोड़ना नहीं था।