नई दिल्ली (श्री हर्षिणी सिंधू): साल 2022 के अहम विधानसभा चुनावों से ठीक पहले आलोचकों को चुप कराने की कोशिश करते हुए नई दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि वो “पूर्णकालिक और व्यावहारिक” पार्टी प्रमुख हैं। अपनी अध्यक्षता में सीडब्ल्यूसी की बैठक में उन्होनें दावा किया कि संसद के स्थगित होने के बाद वो सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने के लिये इच्छुक थीं।
संगठनात्मक चुनावों (Organizational Elections) के मुद्दे को संबोधित करते हुए, सोनिया गांधी ने कहा कि, “पूरा संगठन कांग्रेस का पुनरुद्धार चाहता है। लेकिन इसके लिये एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है। सबसे ऊपर इसके लिए आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की आवश्यकता है। मैं पूरी तरह से जागरूक हूं। तथ्य ये है कि जब से सीडब्ल्यूसी ने मुझे 2019 में इस क्षमता में लौटने के लिए कहा है, तब से मैं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा हूं।”
उन्होनें कहा कि सीडब्ल्यूसी ने 30 जून तक एक नियमित अध्यक्ष के चुनाव के लिये रोडमैप को अंतिम रूप दिया है लेकिन कोविड महामारी (Covid Pandemic) के कारण दूसरी लहर के बीच इस समय सीमा को पहले 10 मई 2021 तक के लिये बढ़ा दिया गया और उसके बाद अपनी बैठक में सीडब्ल्यूसी द्वारा अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया गया था। पूर्ण संगठनात्मक चुनावों के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे दिया गया है।
सोनिया गांधी ने दावा किया कि बीते दो सालों के दौरान कांग्रेस के अलग अलग संगठनों में युवा नेतृत्व को काम सौंपा गया है। कई कांग्रेसी युवा सहयोगियों ने आलाकमान की निर्देश पर बेहतर कामों को अंज़ाम दिया। चाहे वो किसानों का आंदोलन हो, महामारी के दौरान राहत सामग्री बांटने की मुहिम, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले, महंगाई और सार्वजनिक क्षेत्र की अंधाधंधु बिक्री जैसे गंभीर मुद्दे पर युवा कांग्रेसियों ने सराहनीय काम किया है।
सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस सार्वजनिक महत्व और चिंता के मुद्दों पर कभी शांत नहीं बैठी है। हर मुद्दे उस पर कांग्रेस ने आवाज़ उठायी है, जिनसे आम जनमानस का सीधा सरोकार रहा है। इन मुद्दों को मैं लगातार डॉ मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh) और राहुल (Rahul Gandhi) के साथ जनता के सामने उठाती रही हूँ। मैं नियमित रूप से समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के साथ बातचीत कर रही हूं। हमने राष्ट्रीय मुद्दों पर संयुक्त बयान (Joint Statement) जारी किये हैं और संसद में अपनी रणनीति का बेहतर समन्वय भी किया है।
पार्टी के आंतरिक आलोचकों (Internal Critics) खासतौर से जी-23 पर सीधा निशाना साधते हुए, गांधी ने कहा कि उन्होंने हमेशा स्पष्टता की सराहना की है और कहा कि मीडिया के जरिये मुझसे बात करने की कोई जरूरत नहीं है। तो आइये हम सभी स्वतंत्र और ईमानदार रहें और इसी बंद कमरे में बहस करें लेकिन इस चारदीवारी के बाहर हमारे बीच की बात नहीं जानी चाहिये ये सीडब्ल्यूसी का सामूहिक निर्णय है।
आगामी विधानसभा चुनाव (Upcoming Assembly Elections) के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की चुनावी तैयारी कुछ वक़्त पहले ही शुरू हो चुकी थी। निस्संदेह, हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अगर हम एकजुट हैं, अगर हम अनुशासित हैं और अगर हम अकेले पार्टी के हितों पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे विश्वास है कि हम चुनावों में बेहतरीन नतीज़े लायेगें। चुनावों राज्यों में व्यक्तिगत रूप से संबंधित महासचिव और प्रभारी हमें जानकारी देंगे। इसलिए मैं इस विषय पर अब और कुछ नहीं कहना चाहूंगी।" उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के पूर्ण और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की, जो फिलहाल दिल्ली एम्स में भर्ती हैं।