न्यूज डेस्क (अमित त्यागी): Cyclone Biparjoy: आईएमडी के मुताबिक गुरुवार (15 जून 2023) शाम को गुजरात (Gujarat) के तटीय इलाकों में लैंडफॉल बनने के बाद चक्रवात बिपारजॉय की ताकत बेहद गंभीर से कुछ हद तक कम हो गयी। गुजरात के कच्छ जिले (Kutch District) में अरब सागर (Arabian Sea) से उठी ताकतवर मौसमी घटना चक्रवात बिपारजॉय ने जखाऊ बंदरगाह (Jakhau Port) के पास जोरदार दस्तक दी है। ये तूफान तटीय इलाकों के लिये बड़ा गंभीर खतरा है क्योंकि ये दस दिनों तक आगे बढ़ने के दौरान तेज हवायें और भारी बारिश ला रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के मुताबिक, निचले इलाकों लगातार बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश के चलते कच्छ और सौराष्ट्र (Saurashtra) के तटों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। चक्रवात के करीब आने की वज़ह से निचले इलाकों को खाली करवा लिया गया है। इस दौरान नेवी, कोस्ट गार्ड, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के ज़वानों की तैनाती कर दी गयी है।
अधिकारियों के मुताबिक चक्रवाती तूफान बिपरजोय ने गुरुवार शाम को गुजरात के तटीय इलाकों में दस्तक दी, जिससे कम से कम 22 लोग घायल हो गये, इस दौरान कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गये।
तूफान कल (17 जून 2023) दक्षिणी राजस्थान (Southern Rajasthan) में पहुंचेगा। निचले इलाकों में रहने वालों को खतरे की चेतावनी दी गयी है। साथ ही अचानक बाढ़ आने की संभावना है। गुजरात में छिटपुट बारिश होने की उम्मीद है, तूफान के उपरिकेंद्र (Epicenter of the Storm) के करीब भारी बारिश होने का भी अनुमान है।
कई इलाकों से बाहर निकलने और बाढ़ की संभावित चेतावनी के साथ ही मौसम विज्ञानियों ने फसलों, घरों, राजमार्गों, ऊर्जा और संचार बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुँचने का अलर्ट जारी किया है। इसी क्रम में सौराष्ट्र और कच्छ के निचले इलाकों में उच्च ज्वार से बाढ़ आने की भी संभावना बनी हुई है।