न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के फतेहपुरा गांव (Fatehpura village of Etawah district) में बीते रविवार (20 फरवरी 2022) शाम दो दर्जन हथियारंबद बदमाशों ने एनएसजी कमांडो (NSG Commando) पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में एनएसजी कमांडो बुरी तरह ज़ख्मी हो गया है। घटना के बाद उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज करायी। कमांडो ने पुलिस पर लापरवाही बरतने और बदमाशों का साथ देने का भी आरोप लगाया।
गांववालों का दावा है कि कमांडो पर हमला हवाई फायरिंग और लाठियों से हमला किया गया, जिसके बाद वो बचाव के लिये आये। इस बीच पीड़ित ने एसएसपी से गुहार लगाई है कि उसकी जान बचायी जाये। जवान ने कहा कि देश को सबसे ज्यादा सुरक्षा देने वाला राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (National Security Guard) का कमांडो ही सुरक्षित नहीं है।
एनएसजी कमांडो पर दो दिन में दो बार हमला हो चुका है, जिसमें लूट की एक मामला भी शामिल है। ये प्रकरण पुलिस की मंशा पर भी गंभीर सवाल उठाता है।
इटावा पुलिस मुख्यालय (Etawah Police Headquarters) पहुंचने पर पीड़ित एनएसजी कमांडो राजीव भदौरिया (NSG Commando Rajeev Bhadauria) ने बताया कि रविवार की शाम बकेवर थाना क्षेत्र (Bakewar Police Station Area) के फतेहपुरा गांव में भूमि विवाद को लेकर उसके बड़े भाई संजीव भदौरिया और भतीजे शिवांशु भदौरिया के साथ गांव के दबंगों ने उसकी पिटाई कर दी गयी।
जिसके बाद पीड़ित राजीव ने बकेवर थाने में शिकायत दर्ज करायी। सोमवार (21 फरवरी 2022) की सुबह जब पीड़ित अपने गांव से थाने जा रहा था तभी दो दर्जन लोगों ने घेर लिया और एनएसजी कमांडों पर फिर हमला कर दिया। बदमाशों ने न सिर्फ उसके साथ मारपीट की बल्कि हवा में फायरिंग भी की। लेकिन खेतों में मौजूद किसानों ने कमांडो की जान बचा ली।
पत्रकारों से बात करते हुए एनएसजी कमांडो राजीव भदौरिया ने बताया कि वो देश की सुरक्षा के लिए तैनात हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा कोई नहीं कर रहा है। पुश्तैनी जमीन (Ancestral Land) को लेकर उसके गांव के ताकतवर आदमी उसे और उसके परिवार को रोज गाली देते हैं। साल 2016 में भी इन लोगों ने पीड़ित परिवार से मारपीट की थी।
राजीव भदौरिया ने कहा कि अगर पुलिस उनके परिवार की रक्षा नहीं कर सकती तो वो हथियार उठाने के लिये मजबूर किया जा सकता है। कमांडो ने बकेवर पुलिस की मंशा और कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठाये।
एनएसजी कमांडो ने बताया कि बदमाशों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी, लेकिन बकेवर पुलिस उनके घर पहुंची और परिजनों को गालियां दी। इस पूरे प्रकरण को लेकर एसओ बकेवर ने कहा कि इन दोनों पक्षों के बीच आये दिन विवाद होते रहते हैं।
पुलिस के मुताबिक रविवार शाम को दोनों पक्षों में विवाद हो गया। पुलिस मौके पर गयी लेकिन वहां कोई नजर नहीं आया। सोमवार को फिर राजीव भदौरिया ने झगड़े की जानकारी दी, लेकिन जब पुलिस उसके घर गयी तो कुछ पता नहीं चला कि क्या हुआ है। राजीव भदौरिया को फोन किया गया लेकिन वो नहीं आये।