नई दिल्ली (स्तुति महाजन): राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट काल के दौरान आम जनता इलाज के लिए धक्के खा रही है। भले ही CM Arvind Kejriwal कितने बड़े दावों कर ले। लेकिन उनके दावों की पोल लगातार खुलती नज़र आ रही है। सोशल मीडिया ऐसी कई वीडियों से भरा पड़ा है, जहाँ लोगों ने सरकारी लापरवाही के चलते अपनों को खोया है। इस बीच कई लोगों ऐसे भी है, जिन्होनें अपनी जान की परवाह ना करते हुए ईमानदारी से अपने काम को अंज़ाम दिया। कुछ ऐसे ही थे Corona Warrior विनोद।
निगम सफाईकर्मी शहीद विनोद हरलाल बतौर सफाईकर्मी लाजपत नगर में तैनात थे। उनकी ड्यूटी इंफेक्शन के लिहाज़ से बेहद संवेदनशील जगह लगी हुई थी। उन्हें निजामुद्दीन इलाके में तब्लीगी ज़मात के मरकज़ वाली इमारत के आस-पास के इलाके में सफाई का कार्यभार सौंपा गया था। परिवार और खुद को तव्ज़्जों ना देते हुए उन्होनें कर्त्तव्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। इस दौरान उन्होनें पूरे मनोयोग से ड्यूटी की। ड्यूटी के दौरान इंफेक्शन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। बीते 24 अप्रैल 2020 को सर्वोच्च बलिदान देते हुए, वे शहीद हो गये।
दिल्ली सफाई कर्मचारी एक्शन कमेटी (DSKAC) द्वारा किये E-mail के अनुसार-विनोद के शहीद होने के बाद उनके परिवार को वो सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हक़दार थे। बजाय इसके उनके परिजनों प्रताड़ित किया जा रहा है। शहीद विनोद का परिवार अपना हक़ हासिल करने के लिए दर-दर की ठोकरें खाता फिर रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि, कोरोना संकट के बीच यदि कोई Corona Warrior ड्यूटी करता हुआ, संक्रमित होकर शहीद होता है तो उसके परिवारवालों को एक करोड़ रूपये की सहायता राशि दी जायेगी। सफाईकर्मी विनोद के परिवार को ये सम्मान राशि खब़र लिखे जाने तक हासिल नहीं हो पायी है।
DSKAC द्वारा किये गये मेल में जिक्र किया गया है कि- हाल ही में लोक नारायण जयप्रकाश अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर असीम गुप्ता के शहीद होने के 6 दिनों के भीतर खुद सीएम केजरीवाल ने उनके घर जाकर परिवारवालों को एक करोड़ रूपये का चेक सौंपा। दूसरी ओर विनोद को शहीद हुए ढ़ाई महीनों से ऊपर हो गये है। लेकिन दिल्ली सरकार के किसी भी अधिकारी ने आज तक उनके परिवार की सुध तक नहीं ली। विनोद का परिवार इंफेक्शन के माहौल के बीच सड़कों पर धक्के खाने के लिए बेबस है।
आज विनोद का परिवार दिल्ली सफाई कर्मचारी एक्शन कमेटी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह चुड़ियाणा की अगुवाई में सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने गया। वीरेन्द्र सिंह के मुताबिक -सीएम केजरीवाल सफाईकर्मी के परिवार को नज़र अन्दाज़ करते हुए निकल गये। साथ ही शहीद विनोद के परिवार को दिल्ली पुलिस से गिरफ्तार करवाने की धमकी भी दी गयी। इस दौरान DSKAC ने बताया कि, अगर दिल्ली सरकार की ओर से शहीद विनोद के परिवार को उनका हक़ नहीं मिलता है तो, तीनों निगमों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की यूनियनों सामूहिक रूप से काम का बहिष्कार करेगी। अगर राजधानी दिल्ली में किसी तरह के आपातकाल के हालात बनते है तो इसके लिए अरविंद केजरीवाल सीधे तौर पर जिम्मेदार होगें।
अगर दिल्ली सरकार का रवैया इसी तरह जारी रहा तो, सफाई कामों में लगे हुए Corona Warriors का मनोबल बुरी तरह टूटेगा। बल्कि इस मामले में तो दिल्ली सरकार को स्वत: संज्ञान लेते हुए सहायता राशि बहुत पहले जारी कर देनी चाहिए थी। जिस तरह से शहीद के परिजनों को नज़र अन्दाज़ किया जा रहा है, उससे सफाई कामों में लगे हुए Corona Warriors के बीच गलत संदेश जायेगा। फिलहाल दिल्ली सरकार के बेरूखी भरे रवैये ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है।