न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज (10 नवंबर 2021) देश की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर सुरक्षा हालातों पर चर्चा करने के लिये कमांडरों के सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले भारतीय वायु सेना (Indian Air Force-IAF) के आला अधिकारियों को संबोधित किया। ये मीटिंग दिल्ली में वायु भवन में हुई, जिसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित किया।
भारतीय वायु सेना के शीर्ष अधिकारी कमांडरों (Top Officer Commanders) के सम्मेलन के दौरान चीन और पाकिस्तान के साथ लगी सीमाओं पर स्थिति पर चर्चा करने के लिये अगले तीन दिनों तक वायुसेना के अधिकारी बैठक करेगें। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी (Air Chief Marshal VR Choudhary) की अध्यक्षता में ये पहला कमांडरों का सम्मेलन भी है, जिन्होंने पिछले महीने 1 अक्टूबर को वायुसेना प्रमुख के रूप में पदभार संभाला।
गौरतलब है कि शीर्ष कमांडरों की ये बैठक भारतीय सेना और वायु सेना द्वारा लद्दाख में ऊंचाई वाले इलाकों में संयुक्त सैन्याभ्यास के बाद हो रही है। उस विशेष सैन्याभ्यास में स्पेशल यूनिट और वायुसेना के जाबांज़ शामिल थे। संयुक्त सैन्याभ्यास के तुरन्त बाद वायुसेना ने अलग से भी युद्धक अभ्यास (Combat Drills) किया था। ये सभी कवायदें पीएलए (चीनी सेना) द्वारा किये गये युद्धाभ्यास के ज़वाब में की गयी थी।
भारतीय वायु सेना चीन के साथ गतिरोध में सक्रिय रूप से शामिल रही है। बीते साल संघर्ष शुरू होने के ठीक बाद वायुसेना को अग्रिम मोर्चे (Front Line) पर तैनात किया गया ताकि चीनियों को वहां किसी भी तरह का दुस्साहस करने से रोका जा सके। वायुसेना प्रमुख (Air Chief) ने खुद भी मिग-29 लड़ाकू जेट विमानों में उड़ान भरी थी, जो पिछले साल मई-जून से फॉरवर्ड एरिया की तैनाती में हैं।