नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): ईश्वर में निस्वार्थ और निश्छल आस्था सबसे महान होती है। सभी जरूरतमंद ईश्वर से मदद की दरकार रखते है। कुछ ऐसा ही वाकया दिल्ली में एम्स (Delhi AIIMS) में देखने को मिला। जहां एक 24 वर्षीय महिला ने ऑप्रेशन रूम के अंदर अपनी ओपन ब्रेन सर्जरी के दौरान हनुमान चालीसा के छंदों का भावपूर्ण अंदाज़ में भक्तिपाठ किया। ये असामान्य घटना दिल्ली एम्स में 23 जुलाई को देखी गयी।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में महिला की जटिल मस्तिष्क सर्जरी हो रही थी, जहां डॉक्टरों ने उसके मस्तिष्क से ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकालने के लिए उसका ऑपरेशन किया। पूरे तीन घंटे के ऑपरेशन के दौरान महिला रोगी पूरी तरह होश रही हनुमान चालीसा के पूरे 40 छंदों का पाठ किया। इस दौरान अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग के दिग्गज डॉक्टर उसका जटिल ऑपरेशन (Complex Operation) करते रहे।
ऑपरेशन करने वाली टीम में शामिल डॉक्टर दीपक गुप्ता ने कहा कि महिला को स्कैल्प ब्लॉक और दर्द निवारक दवाओं के लिए लोकल एनेस्थीसिया (local anesthesia) के इंजेक्शन दिये गये। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों की टीम ने महिला से बातचीत की और उसके बोलचाल और शरीर की गतिविधियों की निगरानी के लिये उसे लगातार जगाये रखा।
स्कूल शिक्षक बनने की इच्छा रखने वाली महिला मरीज अभी एम्स में चिकित्सकीय देखरेख में है और उसे शनिवार को छुट्टी दे दी जाएगी। एम्स ने पिछले 20 सालों में कई 'जागृत क्रैनियोटॉमी' (Awake Craniotomy) या सर्जरी की हैं, जिसमें रोगियों को ये सुनिश्चित करने के लिए जगाया जाता है कि उनके मस्तिष्क के अहम हिस्से ऑप्रेशन के दौरान क्षतिग्रस्त न हों।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के अधिकारियों के अनुसार, 500 से ज्यादा इसी तरह के ऑप्रेशन 20 सालों में पूरे किये गये है। आजकल ऐसे ज्यादातर मामलों में जल्दी ठीक होना और डिस्चार्ज होना संभव है। शरीर वाक्पटु वाले मस्तिष्क के क्षेत्रों (मोटर और भाषण क्षेत्रों) के पास ट्यूमर वाले मरीजों को ऐसी सर्जरी से ज्यादा लाभ होता है।