नई दिल्ली (यामिनी गजपति): Delhi Air Pollution: भारत के उत्तरी राज्यों में मौसम में आये भारी बदलाव ने लोगों को हैरान कर दिया है। मानसून की देर से वापसी के कारण पिछले एक सप्ताह में तापमान में खासा गिरावट आयी है, विशेषतौर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज (28 अक्टूबर 2021) सर्दियों की दस्तक का अहसास हुआ क्योंकि न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। माना जा रहा है कि पिछले कई सालों के मुकाबले ये तापमान से कुछ ही डिग्री कम है।
सरकारी एजेंसियों के मुताबिक, हिमालय से आने वाली ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं को देखते हुए अगले कुछ दिनों में दिल्ली के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज दिल्ली में अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से थोड़ा कम है।
एजेंसी के ताजातरीन मौसम पूर्वानुमान (Latest Weather Forecast) के मुताबिक उत्तर भारत में मौजूदा मौसम के इन हालातों के कारण दिल्ली के न्यूनतम तापमान में आज रात और भी गिरावट आने की संभावना है। आईएमडी ने ये भी कहा कि 1 नवंबर तक न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जायेगा।
दिल्ली में जैसे-जैसे तापमान गिरता जा रहा है, वैसे वैसे दिल्ली की हवा क्वालिटी (Air Quality) भी दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की पूर्वानुमान एजेंसी SAFAR ने आज कहा कि PM10 प्रदूषक मध्यम श्रेणी के अन्तर्गत आता है लेकिन दिल्ली में PM2.5 दर्ज किया गया जो कि बेहद खराब श्रेणी के तहत आता है।
सफर ने अपने पूर्वानुमान में आगे बताया कि अगले तीन दिनों में हवा की क्वालिटी 'बेहद खराब' कैटीगिरी में आ सकती है। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) आज 272 से 280 के बीच रहा है, जो कुछ दिनों तक 'मध्यम' श्रेणी में रहने के बाद 'खराब' श्रेणी में आ गया है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता के बिगड़ने का बड़ा कारण पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना और खेतों में आग लगना है। सफर ने खुलासा किया कि कुछ दिनों पहले दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में 656 खेत में आग लगी थी, जिससे शहर के प्रदूषण में धुएं की हिस्सेदारी 16 प्रतिशत तक बढ़ गयी है।