नई दिल्ली (श्री हर्षिणी सिंधू): राष्ट्रीय राजधानी में दिवाली मनाये जाने के बाद लगातार तीसरे दिन भी दिल्ली की वायु गुणवत्ता (Delhi Air Quality) लगातार ‘गंभीर’ बनी हुई है, स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रदूषण को काबू करने के उपाय किये जाने के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अभी भी बढ़ रहा है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई आज (7 नवंबर 2021) ‘गंभीर’ श्रेणी में है। SAFAR ने आगे कहा कि दिल्ली का AQI आज सुबह 6:15 बजे 436 दर्ज किया गया।
शनिवार रात (6 नवंबर 2021) दिल्ली का एक्यूआई 437 था, जिसमें पीएम 2.5 की सान्द्रता 318 थी। शनिवार की रात पीएम 10 की सान्द्रता (Concentration) 448 थी। इससे हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार दिखता है, लेकिन इतना नहीं कि इससे खासा फर्क पड़े। सफर ने ये भी कहा कि दिल्ली में सतही हवाएं तेज होने वाली हैं, जिससे कुछ धुंध साफ हो जायेगी और 7 नवंबर की शाम को वायु प्रदूषक (Air Pollutants) फैल जायेगें जिससे रविवार शाम तक हवा की बेहद खराब स्थिति खत्म हो जायेगी।
वायु गुणवत्ता मानकों के मुताबिक 0-50 के बीच AQI को अच्छा माना जाता है, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब और 401-500 को गंभीर/खतरनाक माना जाता है। दिवाली में कुछ दिन पहले दिल्ली की वायु गुणवत्ता में अहम बदलाव देखा गया था। जिसके बारे में सबसे ज़्यादा संभावना पड़ोसी राज्यों में खेतों में पराली (Straw In The Fields) जलाने को लेकर जतायी जा रही है।
दिवाली के दिन और उसके बाद जैसे लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध (Ban On Firecrackers) की धज्जियां उड़ायी, वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) और प्रदूषण का स्तर अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता के कारण होने वाली समस्याओं पर लगाम लगाने के लिये प्रशासन ने सड़कों पर पानी छिड़कने, प्रदूषणकारी कणों को निपटाने और दिल्ली में हवा को साफ करने के लिये 100 से ज़्यादा टैंकरों को तैनात किया हैं।