न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): पुलिस सूत्रों ने कहा कि दिल्ली (Delhi) के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए 14 संदिग्धों में से एक अंसार (Ansar) को सांप्रदायिक झड़पों का मास्टरमाइंड कहा जाता है। सूत्रों के अनुसार, स्थानीय बदमाश अंसार ने कथित तौर पर अपराध की साजिश रची थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक “हम अंसार से पूछताछ कर रहे हैं। हम उसके कॉल विवरण रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। अभी तक वह मुख्य संदिग्ध है।” उन्होंने कहा कि हनुमान जयंती (Hanuman Jyanti) दो जुलूस गुजर चुके थे और यह तीसरा जुलूस था जिसे अंसार और उसके सहयोगियों ने कथित तौर पर रोका था। शुरुआत में पुलिस ने नौ लोगों को हिरासत में लिया था और बाद में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया था। FIR में अंसार का नाम लिया गया है।
अंसार ने कथित तौर पर लोगों को जुलूस रोकने के लिए उकसाया और पथराव करने को कहा। सूत्रों ने कहा, “उन्होंने इसकी पहले से योजना बनाई थी। अंसार उनका नेतृत्व कर रहे थे, यही हमने अब तक की अपनी जांच में देखा है।” पथराव कर रहे लोगों ने एक दुकान को लूट लिया।
सूत्र के अनुसार, दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा या अपराध शाखा जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri clash) मामले को अपने हाथ में ले सकती है, जिसमें आठ पुलिस कर्मी और एक नागरिक घायल हो गए थे। परेशानी तब शुरू हुई जब शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर निकाले गए धार्मिक जुलूस पर हथियारबंद लोगों के एक समूह ने हमला कर दिया। फिलहाल स्थानीय पुलिस स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम की मदद से मामले की जांच कर रही है, जिसे स्पेशल सेल को ट्रांसफर किए जाने की संभावना है। पुलिस मामले की विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार कर रही है जिसे गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा। इस बीच पुलिस ने असलम के कब्जे से हिंसा में प्रयुक्त पिस्टल बरामद करने का दावा किया है।
सूत्र ने कहा, “असलम को 14 अन्य लोगों के साथ पकड़ा गया था। वह वह था जिसने धार्मिक स्थल के बाहर गोलियां चलाईं। हमने हथियार बरामद कर लिए हैं और असलम से उसके सहयोगियों के बारे में और जानने के लिए पूछताछ कर रहे हैं। उसे अंसार द्वारा उकसाया गया था, अन्य गिरफ्तार आरोपी जो मुख्य संदिग्ध है।”
मामले की जांच के लिए पुलिस की दस टीमों का गठन किया गया है। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर हैं। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। घटना के बाद 27 आर्म्स एक्ट (Arms Act) के साथ धारा 147, 148, 149, 186, 353, 332, 323, 427, 436, 307, 120B आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “कुल नौ व्यक्ति (8 पुलिस कर्मी और 1 नागरिक) घायल हो गए। सभी को बीजेआरएम अस्पताल ले जाया गया। एक उप निरीक्षक को गोली लगी। उसकी हालत स्थिर है।” इससे पहले दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी। विशेष पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था, नई दिल्ली, दीपेंद्र पाठक ने मीडिया को बताया, “हमने घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है।” उन्होंने कहा कि स्थिति अब शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। जिस इलाके में झड़प हुई, वहां भारी पुलिस सुरक्षा घेरा बना हुआ है।