न्यूज़ डेस्क (दीक्षा गुप्ता): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है जिसके अनुसार अब दिल्ली का अपना बोर्ड होगा। यह बात उन्होने कैबिनेट की बैठक के बाद डिजिटल प्रेस कॉफ्रेंस के माध्यम से कही। इस प्रस्ताव पर कैबीनेट की ओर से मंजूरी भी मिल चुकी है।
25% बजट शिक्षा को समर्पित
सीएम केजरीवाल ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि ‘’जल्द ही राजधानी में दिल्ली बोर्ड ऑफ एजुकेशन (Delhi Board of Education) की स्थापना होगी, जो वर्तमान शिक्षा व्यवस्था को और भी बुलंदियों पर लेकर जाएगा। जहाँ से अब तक किये गये इन क्रांतिकारी बदलावों को साफा देखा जा सकेगा’’।
सीएम ने आगे कहा कि ‘’हमारी सरकार सत्ता में है इसलिए हम इस बोर्ड का गठन कर रहें हैं, इस चीज़ की जरुरत है। बीते सालों में हमारी सरकार द्वारा बजट का 25 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा में खर्च किया गया है, जिसकी वज़ह से स्कूलों में नई बिल्डिंगों, लेब का निर्माण और उन्हे हाई टेक भी बनाया गया है’’।
नए बोर्ड के उद्देश्य
सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज हमारे स्कूल किसी से कम नहीं है और प्राइवेट स्कूलों को भी कढी टक्कर दे रहें हैं। इस साल इसमें केवल 20-25 स्कूलों को ही शामिल किया जाएगा और इस एजुकेशन बोर्ड का मकसद बच्चों को देशभक्त बनाना, अच्छा इंसान बनाने के साथ-साथ उनकी चहुमुखी प्रतिभाओं का विकास करना भी होगा। विकास पर जोर देते हुए सीएम ने कहा कि इसका सबसे बड़ा उद्देश्य बच्चों को रोजगार पाने के लिए तैयार करना होगा।
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में तकरीबन 1000 से ज्यादा सरकारी और 1700 से ज्यादा प्राइवेट स्कूल हैं। इसमें से अधिकतर में सीबीएसई (Central Board Secondary of Education) और आइसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त है और इसी के तहत हर साल लाखों बच्चे परिक्षा देते हैं।