न्यूज डेस्क (अमित त्यागी): Delhi Floods live Updates: यमुना नदी के जल स्तर ने दिल्ली के भीतर उथल-पुथल के हालात पैदा कर दिये है। बीते गुरुवार (13 जुलाई 2022) रात तक जलस्तर 208.63 मीटर दर्ज किया गया और आज (14 जुलाई 2022) सुबह 9 बजे तक ये थोड़ा कम होकर 208.40 मीटर के स्तर पर आ गया। हालाँकि ये स्तर अभी भी खतरे के निशान से तीन मीटर ज्यादा है, जो कि खतर भरे हालातों की गंभीरता को उजागर करता है। बढ़ते पानी ने लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर गहरा असर डाला है, जिसके चलते केंद्र औ राज्य सरकार को कई उपाय लागू करने पड़ रहे हैं।
बाढ़ जैसी हालातों के कारण छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये स्कूलों को बंद कर दिया गया है। आपातकालीन सेवाओं में लगे लोगों को छोड़कर सरकारी कर्मचारियों को अपने घरों से दूर काम करने की सलाह दी गयी है। इसी तरह निजी कार्यालयों को भी घर से काम करने का विकल्प अपनाने के लिये प्रोत्साहित किया गया है। इन कार्रवाइयों का मकसद उच्च जल स्तर से पैदा हुए जोखिमों और असुविधाओं को कम करना है।
दिल्ली में सचिवालय, सुप्रीम कोर्ट, आईटीओ और सिविल लाइन्स (ITO and Civil Lines) जैसे कई अहम इलाके इस वक्त जलभराव से जूझ रहे हैं। नतीजतन ट्रैफिक में बड़ी रुकावटें देखी जा रही हैं, खासकर आउटर रिंग रोड (Outer Ring Road) और यमुना नदी से लगे दूसरे रास्तों पर। भीड़ को कम करने के प्रयास में ट्रैफिक को डायवर्जन को लागू किया गया है। हालाँकि इन कवायदों के चलते लोगों को अपनी मंजिल पर पहुँचने में काफी देरी हुई, जिससे कि भारी ट्रैफिक जाम हुआ।
इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने विकास भवन, आईटीओ का सर्वे किया, जहां एक ड्रेन रेगुलेटर खराब हो गया है। उनके साथ दिल्ली के मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज (Atishi and Saurabh Bhardwaj) भी दिखे।
यमुना का जलस्तर भले ही कम हो रहा हो, लेकिन दिल्ली में बाढ़ का संकट अभी भी बरकरार है। यमुना नदी अभी भी खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है। ऐसे में यमुना से सटे राजधानी के कई इलाके अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। आईटीओ के पास पानी भर गया है। नदी किनारे की बस्तियों से आगे बढ़ते हुए पानी लाल किला (Red Fort) और रिंग रोड तक पहुंच गया। इसके चलते आज लाल किले में पर्यटकों की एंट्री पर बैन लगा दिया गया है।
दिल्ली में ट्रैफिक के स्पेशल सीपी सुरेंद्र सिंह यादव ने दिल्ली में मौजूदा बाढ़ के हालातों के बारे में जानकारी दी और समस्या के समाधान के लिये दिल्ली पुलिस की ओर से उठाए जा रहे अतिरिक्त उपायों की रूपरेखा तैयार की। उन्होनें कहा कि- “बाढ़ के हालातों को देखते हुए दिल्ली के सभी इलाकों में 4,500 पुलिस की तैनाती की गयी है। कावड़ियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। कश्मीरी गेट जैसे इलाकों में जलस्तर में कमी देखी गयी है। लेकिन वजीराबाद (Wazirabad) की ओर रिंग रोड इलाके में अभी भी पानी भरा हुआ है। हम कोशिश कर रहे हैं शाम तक भैरों मार्ग (Bhairon Marg) खोल दिया जायेगा। एनएच 44 पर ट्रैफिक देखा जा सकता है।”