एयरोप्लेन से ऑक्सीजन दिल्ली लाने को सोच रही Delhi Govt.

न्यूज़ डेस्क (गौरांग यदुवंशी): राजधानी दिल्ली में तकरीबन हर अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई का टोटा साफ देखने को मिल रहा है। जिसे देखते हुए दिल्ली सरकार (Delhi Govt.) हवाई जहाज से ऑक्सीजन लाने पर विचार कर रही है। इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जनता को बताया कि, केंद्र सरकार सभी राज्यों में ऑक्सीजन का कोटा तय करती है। मौजूदा हालातों में दिल्ली को रोजाना 700 टन ऑक्सीजन की दरकार है। केंद्र सरकार की ओर से पहले 378 टन रोजाना का कोटा तय किया गया था। हमारी गुजारिश पर इस कोटे को बढ़ाकर रोजाना की क्षमता को 480 टन कर दिया गया। फिलहाल हमें और ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत है। केंद्र सरकार ने हमारी दरख्वास्त सुनकर ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाया इसके लिए हम उनके शुक्रगुजार है।

आगे उन्होंने कहा कि, बढ़े हुए कोटे के तहत ऑक्सीजन की सप्लाई उड़ीसा से आना तय हुआ है। इसीलिए दिल्ली तक आने में इसे कुछ समय लगेगा। फिलहाल दिल्ली सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि, इस ऑक्सीजन को लाने के लिए सड़क मार्ग के बजाय हवाई मार्ग का इस्तेमाल किस हद तक किया जा सकता है। केंद्र सरकार ये तय करती है कि कौन सी कंपनी किस राज्य को कितनी ऑक्सीजन की सप्लाई दे सकती है। दिल्ली में कहीं भी ऑक्सीजन का उत्पादन (Oxygen production) नहीं होता। सभी सप्लाई बाहरी राज्य से आती है। जहां जिन राज्यों में कंपनियां ऑक्सीजन का उत्पादन करती है, उनमें से कुछ राज्यों कंपनियों को ऑक्सीजन दिल्ली में भेजे जाने पर रोक लगा दी है।

राज्यों द्वारा ऑक्सीजन सप्लाई दिल्ली के लिये रोके जाने के मुद्दे पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि, कई राज्य सरकारों का रवैया ये है कि वो अपने राज्यों में बनने वाली ऑक्सीजन का इस्तेमाल पहले करना चाहते है, साथ वो दिल्ली के लिये निर्धारित कोटे का इस्तेमाल भी अपने लिये करना चाहते है। इसलिये वो ऑक्सीजन के ट्रकों को दिल्ली जाने से रोक रहे हैं। राजधानी दिल्ली की तरफ से हम केंद्र सरकार और दिल्ली हाईकोर्ट का तहे दिल से आभार व्यक्त करते हैं। जिन्होंने बीते दो-तीन दिनों से राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती मरीजों की बहुत मदद की है। ऑक्सीजन की कमी ना हो, इसके लिये दिल्ली सरकार पूरी मेहनत कर रही है। हम सब एक साथ मिलकर पर कोरोना को हरा सकते हैं। ये बहुत बड़ी आपदा है। अगर इन हालातों में राज्य बंटकर काम करेंगे तो भारत का संघीय ढांचा (Federal structure of india) टूट सकता है। इस मुश्किल वक्त में हमें एक दूसरे की मदद करनी चाहिये।

केजरीवाल ने आगे कहा कि,मौजूदा महामारी के हालात राज्यों की सीमाओं को नहीं पहचानते। मैं बतौर दिल्ली का मुख्यमंत्री सभी राज्यों सरकारों से अपील करना चाहता हूं कि, हमसे जो मदद बन पड़ेगी वो हम पूरी तरह करने के लिये तैयार है। सभी राज्यों को एक दूसरे की मदद करनी चाहिये। ये वक्त है दुनिया के सामने मिसाल पेश करने का। सबसे संक्रमण से जूझने के बावजूद कैसे भारत के लोगों ने एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की।

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