न्यूज़ डेस्क (समरजीत अधिकारी): उत्तरी दिल्ली (North Delhi) वजीराबाद इलाके में नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आयी। जहां मिलन विहार लक्ष्मी नारायण आश्रम से झरोदा पुलिस चौकी की तरफ दीपांशु कॉलोनी के सामने कूड़े के ढ़ेर में आग लगी हुई देखी गयी। इस दमघोंटू प्रदूषण से इलाके के लोग बुरी तरह प्रभावित हुए। आसमान की ओर उठता काले धुंये का गुब्बार दीपांशु कॉलोनी की ओर बढ़ता दिखा। पास में यमुना बायोडायवर्सिटी पार्क होने की वजह से ये इलाका काफी संवेदनशील है। प्रदूषण से होने वाला नुकसान इंसानों के साथ-साथ बायोडायवर्सिटी पार्क की जैवकीय विविधताओं पर सीधा असर डाल रहा है। इस समस्या को सामाजिक कार्यकर्ता आशु बिधूड़ी ने ट्रेड़ी न्यूज के साथ साझा कर इलाके के लोगों की आवाज़ को बुलन्द किया।
इलाके के लोगों का आरोप है कि नॉर्थ-दिल्ली म्युनिसिलिपल कॉर्पोरेशन (NDMC) के कई बार लिखित में दरख्वास्त की गयी कि ताकि कॉलोनी के लोगों के घरों तक NDMC की कूड़ागाड़ी पहुँचे और कूड़ा बटोरे। निगम ने लंबे समय से स्थानीय लोगों की इस मांग को दरकिनार करता रहा। जिसकी वजह से इलाके के लोग पास में ही मजबूरन कूड़ा डालने लगे। जहां साजिशन आग लगवा दी गयी ताकि कूड़ा उठाने की जहमत से बचा जा सके। इस वजह से इलाके के लोगों का रोजाना जीना दूभर होता जा रहा है। कूड़े में लगी आग लोगों के फेफड़े खराब कर रही है। निगम की लापरवाही की वज़ह से इकट्ठा हुआ कूड़ा बीमारियों और परेशानी का सब़ब बनता जा रहा है।