न्यूज डेस्क (निष्ठा वशिष्ठ): कोरोना महामारी के कारण पूरी दिल्ली लॉकडाउन (Delhi Lockdown) के प्रकोप से जूझ रही है। इस बीच नेशनल दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से गुज़ारिश की है कि, कड़े कानूनों के बीच लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खोला जाये। कारोबारी संघ ने ICMR प्रमुख डॉ बलराम भार्गव के बयान का हवाला दिया। जिसमें डॉक्टर भार्गव ने कहा था कि टेस्ट के दौरान जिन जिलों में संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से ज़्यादा है, वहां से लॉकडाउन नहीं हटाया जाना चाहिए।
नेशनल दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के अतुल भार्गव ने मीडिया से कहा कि, कोई भी शुरुआत से ही लॉकडाउन के पक्ष में नहीं था, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना मामलों में भारी इज़ाफे को देखचे हुए यही एकमात्र विकल्प था। हालांकि अब हमारी राय है कि सरकार को लॉकडाउन का विस्तार करने के बजाय कड़े कानूनों के बीच चरणबद्ध तरीके से सैनिटाइजेशन (Sanitization) के साथ बाज़ार खोलने की इज़ाजत देनी चाहिये।
अतुल भार्गव ने आगे कहा कि, दिल्ली के कारोबारियों को आज तक कोई सरकारी मदद नहीं मिल पायी है। बिना किसी सरकारी मदद के व्यापारी अपनी किस्तें, तनख्वाहें, प्रोपर्टी टैक्स, पेमेंट, ऋण चुकौती और GST का भुगतान तयशुदा वक़्त पर कर रहे है। कारोबारियां का जीना मुहाल हो रहा है। हमने सत्ता में बैठे लोगों को कम से कम 150 पत्र लिखकर मदद की गुहार लगायी, लेकिन अभी तक किसी से कोई आश्वासन (Assurance) नहीं मिला।
9 मई को सीएम केजरीवाल ने लॉकडाउन को एक हफ्ते और बढ़ाने का ऐलान किया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन सोमवार (10 मई), सुबह 5 बजे समाप्त होने वाला था, लेकिन इसे बढ़ाकर 17 मई तक के लिये लागू कर दिया गया है।