नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): Delhi MCD: दिल्ली में आज (24 जनवरी 2023) करीब 10 सालों बाद राजधानी को सामूहिक महापौर मिलने की संभावना है, क्योंकि दिल्ली नगरपालिका हाउस (Delhi Municipal House) राष्ट्रीय राजधानी के महापौर और उप महापौर (Mayor And Deputy Mayor) का चुनाव करने के लिये सत्र बुलायेगा। आप और भाजपा पार्षदों के बीच हंगामे के बीच शहर के शीर्ष नागरिक अधिकारियों का चुनाव करने का पिछला प्रयास हफ्तों पहले नाकाम हो गया था।
बीती 6 जनवरी को दिल्ली के 250 सीटों वाले मजबूत नगर निगम ने पहली बार बैठक की, क्योंकि AAP ने बीजेपी पर शानदार जीत दर्ज हासिल की, लेकिन दोनों पक्ष पीठासीन अधिकारी के 10 मनोनीत सदस्यों को पहले पद की शपथ दिलाने के फैसले पर भिड़ गये। सदन की कार्यवाही आज सुबह 11 बजे फिर से शुरू हुई।
आज (24 जनवरी 2023) भी हंगामे के आसार हैं क्योंकि आप के कड़े विरोध के बावजूद पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा (Presiding Officer Satya Sharma) ने कहा कि मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाई जायेगी।
इन 10 सदस्यों को दिल्ली के लेफ्टिनेंट जनरल वीके सक्सेना (Lieutenant General VK Saxena of Delhi) ने नामित किया था, जिनके साथ आप सरकार के कड़वे तल्ख रिश्ते जगजाहिर रहे है। सक्सेना ने ही दिल्ली सरकार (Delhi Government) की वापस ली गयी शराब नीति की सीबीआई जांच (CBI investigation) का आदेश दिया था।
बैठक के एजेंडे में कहा गया है कि दिल्ली नगरपालिका विधानसभा के सभी पार्षद और सदस्य डीएमसी अधिनियम, 1957 (2022 में संशोधित) के तहत ही शपथ लेंगे, लेकिन ये उस क्रम को सूचीबद्ध नहीं करता है जिसमें शपथ ली जायेगी। बता दे कि दिल्ली एमसीडी चुनावों में आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें जीतीं जबकि भाजपा ने 104 सीटें जीतीं।
मेयर पद के लिये आप की ओर से शैली ओबेरॉय और आशु ठाकुर (Shelly Oberoi and Ashu Thakur) दावेदार हैं। बीजेपी ने रेखा गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है। डिप्टी मेयर पद के लिये आले मोहम्मद इकबाल (Aale Mohammad Iqbal) और जलज कुमार (आप) और कमल बागरी (भाजपा) ने उम्मीदवार बनाये गये हैं।
महापौर और उप महापौर के अलावा एमसीडी की स्थायी समिति के छह सदस्य भी नगरपालिका सदन के दौरान चुने जाने हैं। नियमों के मुताबिक दिल्ली में मेयर हर साल बदलते हैं, पहला साल महिलाओं के लिये आरक्षित होता है, तीसरा आरक्षित वर्ग के उम्मीदवार के लिये।