नई दिल्ली (शौर्य यादव): Delhi-Mumbai Expressway: दिल्ली-गुड़गांव-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे को इस साल जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है। एक्सप्रेसवे को पूरा होने में थोड़ा समय लगेगा। हालांकि गुरूग्राम (Gurugram) के अलीपुर से दौसा (Dausa) तक का मार्ग लगभग पूरा हो चुका है। जल्द ही इसे यातायात के लिये खोला जा सकता है।
दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे राज्यों को पूरी तरह से बदल देगा क्योंकि इससे जुड़ी जगहों और शहरों को दिल्ली और मुंबई पहुंचना बहुत आसान हो जायेगा। मुंबई और दिल्ली दोनों अहम कारोबारी केंद्र हैं। ये एक्सप्रेसवे जयपुर (Jaipur) समेत राजस्थान के कई शहरों से भी जुड़ेगा। फिलहाल दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा का समय 5-6 घंटे के बीच का है, इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद से दिल्ली और जयपुर के बीच की दूरी घटकर तीन घंटे रह जायेगी। दिल्ली-गुड़गांव-जयपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत में अब तक का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा।
इस एक्सप्रेसवे पर अधिकतम गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। ये तेजी से ट्रैफिक आवागमन की सुविधा सुनिश्चित करेगा। एक्सप्रेसवे पर किसी भी वाहन को नहीं रूकने दिया जाएगा, जब तक कि वो दुर्घटनाग्रस्त ना हो जाये साथ ही वाहनों को रोकने के लिये निर्धारित स्थान होंगे। पूरे एक्सप्रेसवे पर स्पीड कैमरे लगेंगे। इसलिये कानून को तोड़ना लगभग असंभव होगा। यात्रियों को सभी सुविधाएं भी दी जायेगी जैसे कि पेट्रोल पंप, टॉयलेट और तयशुदा जगहों पर रेस्तरां।
एक्सप्रेसवे सोहना, अलवर, सवाई माधोपुर, कोटा, मंदसौर, रतलाम, दोहाद, वडोदरा, बरूच, सूरत, नवसारी, वलसाड, विरार और मुंबई (Virar and Mumbai) जैसे शहरों के पास से भी गुजरेगा। अलवर (Alwar) और जयपुर के बीच की दूरी 150 किमी थी और वहाँ पहुँचने में तीन घंटे से अधिक का समय लगता था।, एक्सप्रेस वे बनने के बाद यात्रा का समय घटकर 1.5 घंटे रह जायेगा।
राजस्थान के अलवर में एक्सप्रेसवे पर दो कट दिये जायेगें – बड़ोदमेव और पिनान (Barodaev and Pinan)। इन दोनों कट से लोग एक्सप्रेस वे पर चढ़ और उतर सकेंगे। इन कट्स के जरिये यात्री सीधे जयपुर, मुंबई, वडोदरा (Vadodara) और दिल्ली की यात्रा कर सकेंगे। आठ लेन का बनने वाला ये एक्सप्रेसवे ट्रैफिक जाम या धीमी गति की समस्या से मुक्त होगा।
एक्सप्रेसवे पर होटल, एटीएम, फूड कोर्ट, बर्गर स्टैंड, सबवे, मैकडॉनल्ड्स जैसे सिंगल-ब्रांड फूड, रिटेल शॉप, फ्यूल स्टेशन के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधायें भी होंगी। साथ ही हर 100 किलोमीटर पर ट्रॉमा सेंटर होगा।