नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): Delhi: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आज (5 दिसंबर 2021) दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) के धरने में शामिल हो गये। दिल्ली सरकार (Delhi Government) के अतिथि शिक्षक अपनी नौकरी नियमित किये जाने की लगातार मांग कर रहे है। मीडिया से बात करते हुए सिद्धू ने कहा कि, “यहां 22,000 अतिथि शिक्षक बंधुआ मजदूर के तौर पर काम कर रहे हैं।”
पीसीसी प्रमुख ने पिछले महीने पंजाब के मोहाली में संविदा शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिये केजरीवाल को फटकार लगायी। उन्होंने कहा कि, "पंजाब में लोगों को लुभाने के लिये आने से पहले आपको पहले अपने राज्य (दिल्ली) के मुद्दों को सुलझाना चाहिये।" बीते 27 नवंबर को केजरीवाल पंजाब के मोहाली में संविदा शिक्षकों के विरोध में शामिल हुए थे, जो संविदा शिक्षकों (Contract Teachers) की सेवाओं को रेगुलर करने समेत कई मांगों को लेकर दबाव बना रहे हैं।
केजरीवाल ने शिक्षकों के लिये तबादला नीति (Transfer Policy) लागू करने का भी वादा किया था और पार्टी के सत्ता में आने पर उन्हें कैशलेस चिकित्सा सुविधा का भी आश्वासन दिया था। साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर पंजाब में पूर्ण बहुमत हासिल किया और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया। आम आदमी पार्टी 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। शिरोमणि अकाली दल (SAD) सिर्फ 15 सीटें जीतने में कामयाब रहा, जबकि भाजपा को 3 सीटें मिलीं।