न्यूज डेस्क (गंधर्विका वत्स): दिल्ली पुलिस ने (Delhi Police) एक फर्जी वीजा रैकेट का भंडाफोड़ किया। जिसके तहत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने चार यात्रियों को फर्जी वीजा रखने और तीन ट्रैवल एजेंटों इसे जारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
फर्जी वीज़ा (fake visa) पर सफर कर रहे यात्रियों की पहचान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के वसीम, मोहम्मद उस्मान, मोहम्मद तनवीर और सलमान के तौर पर हुई है। ये सभी 24 अगस्त को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आर्मेनिया के लिये एक फ्लाइट में सवार हुए। अर्मेनिया पहुंचने पर उन्हें फर्जी वीजा पर सफर करने के लिये भारत वापस भेज दिया गया।
यात्रियों से पूछताछ करने पर दिल्ली पुलिस ने पाया कि चारों यात्रियों ने नई दिल्ली निवासी ट्रैवल एजेंट (Travel Agent) सैफ बारी (28) को 1.50 लाख रुपये का भुगतान किया था। जब दिल्ली पुलिस ने बारी से पूछताछ की और उसने कबूल किया कि उसने गुरुग्राम निवासी महेश कुमार की मदद से फर्जी वीजा तैयार किया था। पूछताछ करने पर महेश कुमार ने बताया कि उसने मुजफ्फरनगर निवासी महबूब खान के साथ वीजा बनवाया था।
इस फर्जी वीजा रैकेट (Fake Visa Racket) के मास्टरमाइंड खान को दिल्ली पुलिस ने 30 अगस्त को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि अधिकारियों ने वीजा के कागजात वेरिफिकेशन (Document Verification) के लिये संबंधित प्राधिकरण को भेज दिये हैं।दिल्ली पुलिस ने बताया कि पिछले दो साल के दौरान फर्जी वीजा जारी करने के आरोप में 99 ट्रैवल एजेंटों को गिरफ्तार किया गया। जिनमें से साल 2020 के दौरान ट्रैवल एजेंटों को 55 लोग गिरफ्तार किया गया और साल 2021 के दौरान 44 ट्रैवल एजेंट धरदबोचे गये।