न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): दिल्ली पुलिस के रोहिणी स्पेशल स्टाफ (Rohini Special Staff) ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया। मामले में आरोपी खुद अपनी हत्या की साजिश का ताना-बाना बुनने का दोषी पाया गया। बीती 15 मई को पावर लिफ्टर और प्रॉपर्टी डीलर दीपक डबास की कार जली हुई हालत में मिली। इस दौरान दीपक लापता पाया गया। परिजनों की तहरीर पर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने अपहरण की एफआईआर दर्ज कर ली। मामले की जांच पड़ताल इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की अगुवाई में सब इंस्पेक्टर दिनेश दहिया को सौंपी गयी। जांच पड़ताल के दौरान अभियुक्त दीपक डबास (Accused Deepak Dabas) को मेरठ में चलती ट्रेन में धर दबोचा गया। पूछताछ में दीपक ने जो खुलासे किए, उससे पुलिस वालों के होश उड़ गए।
कर्ज तले दबा होने के कारण दीपक ने अपनी मौत की फर्जी कहानी बुनी। अभियुक्त के पास डेढ़ करोड़ रुपए का एक्सीडेंटल बीमा कवर (Accidental insurance cover) था। ऐसे में वो खुद को मरा हुआ साबित करके बीमा से मिले पैसों से कर्ज की रकम चुकाने की फिराक में था। शुरुआती छानबीन के दौरान दिल्ली पुलिस को उसके कर्ज में डूबने की बात पता चली। जिसके चलते पुलिस ने दीपक के सभी बैंक खातों (Bank accounts) पर करीब से नजरें बनाए रखी। 19 मई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली (Shamli of western Uttar Pradesh) में एक एटीएम से दीपक की पत्नी के खाते से पैसे निकाले गए। जिसके बाद जांच में लगी दिल्ली पुलिस की टीम को अहम सुराग मिला। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि, दिल्ली आने के लिए दीपक ने हरिद्वार (Haridwar) से ट्रेन पकड़ी है। इस दौरान पुलिस ने उसे मेरठ में ही धर दबोचा।
मामले में दिल्ली पुलिस अब दीपक की पत्नी कविता की भूमिका भी तलाश रही है। वारदात की साजिश दीपक ने 13 मई को ही रच ली थी। जिसके लिए उसने डीजल (Diesel) खरीदकर कार में रखा लिया। फिलहाल आरोपी पावर लिफ्टिंग छोड़कर जिम और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम कर रहा था।