न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते COVID-19 मामलों के मद्देनजर दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आज एक आपात बैठक बुलाई है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अन्य अधिकारी शामिल होंगे। बैठक के दौरान कोरोनावायरस के बढ़ते हुए ग्राफ को समतल करने के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की जाएगी।
दिल्ली में गुरुवार को COVID-19 के 2,790 नए मामले दर्ज किए गए, जो इस साल की उच्चतम दैनिक गणना है, जबकि संक्रमण के कारण नौ और लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद महामारी से मरने वाले लोगो की कुल संख्या 11,036 हो गई। नए मामलों के बाद राजधानी में महामारी की चपेट में आये कुल आंकड़े 6,65,220 पर पहुँच गये। गुरुवार को मामलों के शामिल होने के बाद, राष्ट्रीय राजधानी के सक्रिय मामलें 10,000 के आंकड़े को पार कर गये।
शहर में पिछले कुछ दिनों से लगातार 1,500 से अधिक मामलें दर्ज किये जा रहे है। अधिकारियों ने राजधानी में अचानक इस उछाल को कोरोनोवायरस की दूसरी लहर करार दिया गया है।
मामलों में वृद्धि ने अब शहर सरकार को COVID-19 दिशानिर्देशों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है। सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में 30 अप्रैल तक शादी या अन्य समारोह के आयोजन के लिए खुले स्थलों पर 200 और बंद स्थलों पर 100 लोगो के इकठ्ठा होने की मंजूरी दी साथ ही अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिय 50 व्यक्तियों की अनुमति दी गई है।
सरकार ने गुरुवार को आदेश दिया कि अगले आदेश तक नए शैक्षणिक सत्र में किसी भी वर्ग के छात्रों को शारीरिक रूप से स्कूलों में नहीं बुलाया जाना चाहिए। हालांकि, आदेश में कहा गया है कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए शिक्षण और शिक्षण गतिविधियां डिजिटल मोड के माध्यम से शुरू हो सकती हैं।
इस बीच, COVID-19 टीकाकरण अभियान का तीसरा चरण, जो राष्ट्रीय राजधानी में 45 वर्ष से अधिक आयु के 65 लाख लोगों का होगा, गुरुवार से शुरू हुआ। गुरुवार शाम 6 बजे तक, कम से कम 56,531 लाभार्थियों को टीकाकरण (Vaccination) किया गया इनमें से 49,471 लोगों को उनकी पहली डोज़ मिली जबकि दूसरी खुराक 7,060 लोगों को दी गई।