न्यूज़ डेस्क (उर्मिला): कोरोना (Corona) के चलते काफ़ी लंबे समय से जो शिक्षा के द्वार बंद थे। उन्हें देखते हुए, जिससे छात्रों की शिक्षा प्रभावित न हो इसीलिए दिल्ली सरकार (Delhi Govt.) ने ऑनलाइन शिक्षा (online education) का द्वार खटखटाया था। जिसके चलते छात्रों का सारा पठन-पाठन ऑनलाइन शिक्षा के द्वारा ही हुआ। लेकिन कुछ कक्षाओं के में ठीक तरह से सारा पठन-पाठन नही हो सका। ये भी पढ़ें – AIMIM और TMC के बीच तल्खियां, असदुद्दीन ओवैसी की कोलकाता रैली रूकी
गौरतलब है कि, दिल्ली सरकार ने बुधवार को आठवीं तक के छात्रों के आकलन पर सभी सरकारी स्कूलों को सामान्य परीक्षाएं लेने से टाल कर दी है और उन छात्रों का ‘‘प्रोजेक्ट’’ और ‘‘असाइमेंट’’ के आधार पर ही मूल्याकंन करने को कहा है।
प्रोजेक्ट-असाइनमेंट के आधार पर किए जाएंगे परिणाम घोषित
दिल्ली में शिक्षा विभाग की अपर-निदेशक रीता शर्मा ने कहा, “चूंकि प्राथमिक और मिडिल स्तर पर कक्षाओं में कोई पठन-पाठन नहीं हो सका, ऐसे में सामान्य परीक्षाओं होने की जगह सब्जेक्ट वाइज प्रोजेक्ट और असाइनमेंट के माध्यम से तीसरी से आठवीं कक्षा तक के छात्रों का मूल्यांकन किया जाए”।
आपको बता दे, तय किए गए दिशानिर्देश के अनुसार, कक्षा 3 से कक्षा 5वीं तक के छात्रों को वर्कशीट पर 30 अंक दिए जाएंगे, इतना ही नहीं सर्दियों की छुट्टियों में दिए गए प्रोजेक्ट और असाइनमेंट पर 30 अंक पर मूल्यांकन किया जाएगा और साथ ही 1 से 15 मार्च के बीच दिए जाने वाले सभी प्रोजेक्ट और असाइनमेंट पर 40 अंक दिए जाएंगे।
हार्ड कॉपी भी देनी होगी
बता दे, 6वीं से 8वीं तक के छात्रों को दी गई वर्कशीट पर 20 अंक दिए जाएंगे, साथ ही सर्दियों की छुट्टियों में दिए गए प्रोजेक्ट (project) और असाइनमेंट (assignment) पर 30 अंको का मूल्यांकन किया जाएगा और 1 से 15 मार्च के बीच दिए जाने वाले प्रोजेक्ट और असाइनमेंट पर 50 अंक दिए जाएंगे।
आगे शर्मा ने कहा कि, ‘अगर किसी छात्र के पास डिजिटल उपकरण या इंटरनेट नहीं है, तो फिर कोरोना के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए, ऐसे बच्चों के माता-पिता को स्कूल जाना होगा और उन्हें प्रोजेक्ट और असाइनमेंट की हार्ड कॉपी को स्कूल में जमा करवानी होगी जिसके आधार पर मूल्यांकन किया जा सकेगा। ये भी पढ़ें – AIMIM और TMC के बीच तल्खियां, असदुद्दीन ओवैसी की कोलकाता रैली रूकी