न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): नागरिक विमानन नियामक डीजीसीए (Civil Aviation Regulator DGCA) ने हाल ही में फरमान जारी करते हुए कहा कि एयरलाइंस कंपनियों को ये सुनिश्चित करना चाहिये कि कॉकपिट और केबिन क्रू के 50 फीसदी सदस्यों का रोजाना उड़ान से पहले रेंडम अल्कोहल टेस्ट (Random Alcohol Test) हो।
बता दे कि कोरोना महामारी की शुरुआत से पहले सभी चालक दल के सदस्यों को उड़ान से पहले अल्कोहल टेस्ट से गुजरना पड़ता था। जब महामारी शुरू हुई तो इस प्रक्रिया को कुछ महीनों के लिये रोक दिया गया था। बाद में अल्कोहल टेस्ट फिर से शुरू किये गये लेकिन चालक दल के सदस्यों के सिर्फ कुछ ही लोगों को इस टेस्ट से गुजारा जाता था।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अपने नोटिस में कहा कि- चालक दल के 50 प्रतिशत सदस्य इन टेस्टों से गुजरेंगे। फिलहाल कोरोना के मामले में तेजी से कमी आ रही है और एयर ट्रैफिक में काफी इज़ाफा हो रहा है। ऐसे में वो सभी ऑप्रेशंस और एसओपी (Operations and SOP) शुरू किये जायेगें, जो कि कोरोना से पहले लागू हुआ करते थे।
डीजीसीए द्वारा जारी नोटिस में कहा गया कि, फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (Flying Training Institute) के मामले में 50 फीसदी ट्रेनर्स और 40 प्रतिशत स्टूडेंट पायलटों को दैनिक आधार पर प्री-फ्लाइट ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट (Breath Analyzer Test) करवाना जरूरी होगा। चार्टर विमानों (Charter Planes) के ऑपरेटरों या मालिकों को ये सुनिश्चित करना होगा कि उनके क्रू मेम्बर टीम के 50 फीसदी सदस्य इन टेस्टों से गुजरें।
डीजीसीए ने कहा कि हरेक विमानन कर्मचारी जो ड्यूटी के लिये रिपोर्ट कर रहा है, उसे एक अंडरटेकिंग जमा करना जरूरी है कि वो शराब के असर में नहीं है और उसने ड्यूटी के लिये रिपोर्टिंग के समय से बीते 12 घंटों में शराब का इस्तेमाल नहीं किया है।
कॉकपिट क्रू और केबिन क्रू (Cockpit Crew and Cabin Crew) मेडिकल स्टाफ की मौजूदगी में ये अंडरटेकिंग जमा करेंगे और इसे कैमरे में कैद किया जायेगा। डीजीसीए ने कहा कि जारी किया गया ये नोटिस सिर्फ तीन महीने की अवधि के लिये लागू रहेगा। गौरतलब है कि देश में इस साल 27 मार्च को पूरी तरह निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू कर दी गयी है। इस तरह देश में 18 अक्टूबर 2021 से बाद से अब पूरी तरह शेड्यूल डॉमेस्टिक फ्लाइट (Schedule Domestic Flight) फिर से शुरू कर दी गयी है।