न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग में, अब दो कारगर हथियारों को DGCI ने अधिकारिक मंजूरी दे दी है। अब सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute of India) की कोवीशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के टीके का आपात इस्तेमाल किया जा सकेगा। आज इस बात की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी गयी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर सभी देशवासियों का बधाई दी।
इस अवसर पर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला (Chief Executive Officer Adar Poonawala) ने ट्विट कर लिखा कि- ‘सभी को नया साल मुबारक, सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने वैक्सीन निर्माण के लिए जो ज़ोखिम उठाये थे, आज उसका सकारात्मक नतीज़ा सामने आ गया। आने वाले कुछ हफ्तों में कोविशील्ड प्रयोग के लिए उपलब्ध रहेगी।
बीते शनिवार देशभर में चले ड्राई रन के बाद इस मंजूरी को काफी अहम माना जा रहा है। कयास लगाये जा रहे है कि, आगामी 14 जनवरी से देशभर में सघन टीकाकरण अभियान (All India Intensive Vaccination Campaign) शुरू कर दिया जायेगा। साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने मीडिया को बताया था कि टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तकरीबन 3 करोड़ लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन मुहैया करवायी जायेगी। साथ वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को लेकर सभी तरह के जरूरी प्रोटोकॉल का पालन किया जायेगा। इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
मौजूदा हालातों में देशभर में छह वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। कोवीशिल्ड वैक्सीन को एस्ट्रजेनेका और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सहयोग से विकसित किया गया है। दूसरा टीका कोवैक्सीन भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research) के सहयोग से विकसित किया है। जो कि पूर्णतया स्वदेशी है। इसके अलावा अहमदाबाद की कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा ZyCOV-D और नोवामैक्स के सहयोग से सीरम इंस्टीट्यूट NVX-CoV2373 टीके को विकसित कर रहा है।