न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): आज 1 अक्टूबर है और जैसा कि अनुमान लगाया गया था, पेट्रोलियम कंपनियों ने कर्मिशियल एलपीजी सिलेंडरों (Commercial LPG Gas Cylinders) की कीमत में एक बार फिर बढ़ोत्तरी की है। इस बार कमिर्शियल एलपीजी सिलिंडर की कीमत में 43 रुपये बढ़ाये गये है। दिल्ली में 19 किलो के कमिर्शियल सिलेंडर की कीमत अब 1736.50 रुपये बोतल हो गयी है। पिछले महीने 1 सितंबर को कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 75 रुपये की बढ़ोतरी की गयी थी। हालांकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक- पेट्रोलियम कंपनियों ने कर्मिशियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 43 रुपये बढ़ायी। दिल्ली में 19 किलो के कर्मिशियल सिलेंडर की कीमत अब 1736.50 रुपये हो गयी है। बीते 1 सितंबर को कर्मिशियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 75 रुपये की बढ़ोत्तरी की गयी थी। नई कीमतें आज से लागू होगी। फिलहाल घरेलू एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि 17 अगस्त को बिना सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये का इज़ाफा किया गया था। एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भी 1 जुलाई को 25.50 रुपये की बढ़ोतरी की गयी थी। राज्य सरकारों के स्थानीय करों (Local Taxes) के कारण देश भर में रसोई गैस की कीमत अलग-अलग होती है। गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर (Non-Subsidised LPG Cylinders) की लागत आम तौर पर महीने-दर-महीने बदलती रहती है। कीमतों में किसी भी तरह का कोई भी बदलाव महीने की पहली तारीख से लागू किया जाता है।
एएनआई के मुताबिक, पिछले सात सालों में एलपीजी की कीमत दोगुनी हो गयी है। 1 मार्च 2014 को एक एलपीजी रिफिल की कीमत 410.50 रुपये प्रति सिलेंडर थी; अब इसकी कीमत 859.50 रुपये है, जो कि इसकी कीमतों में बड़ा उछाल है।
IOCL की वेबसाइट के मुताबिक 17 अगस्त 2021 से मेट्रो शहरों में 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर के लिये गैर-सब्सिडी वाली इंडेन गैस सिलिंडरों की कीमत दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमशः 859.50 रुपये, 886.50 रुपये, 859.50 रुपये और 875.50 रुपये थीं।
घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी उछाल के नतीजन अलग अलग शहरों में 25 रुपये प्रति सिलिंडर का उछाल देखा गया। राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली अब पूरी तरह से भरे हुए 14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 884.50 रुपये है।
सरकार हर साल 14.2 किलोग्राम वजन के 12 सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की सप्लाई घर घर करती है। 12 रिफिल के वार्षिक कोटे पर सरकार की सब्सिडी की राशि में हर महीने बदलाव होता है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की मौजूदा कीमतें, साथ ही रुपया-डॉलर की विनिमय दरें, भारत में एलपीजी के मूल्य निर्धारण (Price Ceiling) पर सीधा असर डालता है।
एलपीजी की कीमतों में इज़ाफा ऐसे वक़्त मे हो रहा है, जब देश में डीजल और पेट्रोल की कीमतें पहले से कहीं ज़्यादा हैं। मध्यम वर्ग के बजट पर भारी वित्तीय दबाव (Heavy Financial Pressure) डालते हुए, देश में पेट्रोल की कीमत पहले ही 100 रुपये से ज़्यादा हो गयी है।