एजेंसियां/न्यूज डेस्क (गौरांग यदुवंशी): Russia-Ukraine War: वरिष्ठ रूसी सैन्य अधिकारियों ने हाल ही में यूक्रेनी युद्ध में सामरिक परमाणु हथियारों के इस्तेमाल करने की संभावना पर बातचीत की, ये बिडेन प्रशासन के लिये खतरे की घंटी है। अमेरिकी मीडिया ने हाल ही में राष्ट्रीय खुफिया परिषद की ओर से तैयार किये गये आकलन का हवाला देते हुए ये बात कही। अमेरिकी खुफिया विभाग के आकलन में कहा गया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) वार्ता में शामिल नहीं थे।
न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) के मुताबिक, अमेरिकी सरकार अक्टूबर से ही लगातार इन कयासों का मूल्याकंन कर रही है। सामरिक परमाणु हथियारों का इस्तेमाल युद्ध में कम दूरी पर किया जाता है, जो कि अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों (Intercontinental Ballistic Missiles) के ठीक उल्ट होता है, जिन्हें बड़े पैमाने पर तबाही करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
पेंटागन (Pentagon) का अनुमान है कि रूस के पास 2,000 सामरिक परमाणु हथियारों का भंडार है। हालांकि उनमें से किसी का भी किसी भी जंग में इस्तेमाल नहीं किया गया है। रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारी जॉन एफ किर्बी (John F Kirby) ने कहा कि व्हाइट हाउस (White House) पिछले कुछ महीनों से रूस की ओर से परमाणु हथियारों के संभावित इस्तेमाल के बारे में काफी चितिंत है। लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका ने रूस के इस तरह के इस्तेमाल की तैयारी के कोई संकेत नहीं देखे हैं। हम शुरू से ही स्पष्ट रहे हैं कि परमाणु हथियारों के संभावित इस्तेमाल के बारे में रूस बयानों का गहरा संबंध है, और हम उन्हें गंभीरता से लेते हैं।
रूस की ओर से डर्टी बम (Dirty Bomb) का आकलन ऐसे समय में आया है जब मास्को ये कहा कि यूक्रेन खुद इसे अजांम देगा। इस फॉल्स फ्लैग अटैक (False Flag Attack) का ठिकरा क्रेमलिन (Kremlin) के सिर मढ़ा जायेगा। ये बम इलाके में रेडियाएक्टिव ज़हर फैला देगा। इस मुद्दे को अमेरिका और अन्य पश्चिमी अधिकारियों साथ ही उनके रूसी समकक्षों के बीच संपर्क के दौरान उठाया गया था, जिसमें रक्षा सचिव लॉयड जे. ऑस्टिन III और रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई के. शोइगु (Sergei K. Shoigu) के बीच दो दौर की बातचीत शामिल है।
यूक्रेन में युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की क्षमता पर रूसी शीर्ष अधिकारियों के बीच बयानबाजी बढ़ गयी है। बीते बुधवार (2 नवंबर 2022) को एक बयान में रूसी विदेश मंत्रालय ने दोहराया कि मॉस्को (Moscow) पारंपरिक हथियारों के इस्तेमाल के साथ आक्रामकता के जवाब में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने का हकदार है, जब भी यूक्रेन के वजूद को बड़ा खतरा होगा।