न्यूज़ डेस्क (ज्योति): दौर बदलने के साथ लोगो के रहन-सहन में भी बदलाव आया है। जहां पहले लोगो के लिए मीलो की दूरी तय करना मुश्किल होता था वही अब सफर तय करना बेहद ही आसान हो गया है। लेकिन अब इस मुश्किल को गूगल मैप (Google Map) ने और भी आसान बना दिया है। और पढ़ें – Delhi: आखिर कहां गए सरकारी स्कूलों के 1.66 लाख छात्र?
नेविगेशन (Navigation) के जरिए मंजिल तक पहुँचना लोग ज्यादा पंसद करते है, यही कारण है कि दिनों-दिन गूगल मेप का यूज बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन बता दें कि अगर आप भी ड्राइविंग के दौरान आप भी गूगल मैप का यूज करते है तो ये आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।
दरअसल, लोग ड्राइविंग करते समय गूगल मैप का नेविगेशन ऑन कर लेते है जिसके जरिये रुट और रास्तों के जाम के बारे में सारी जानकारी पहले से ही मिल जाती है। जहां एक तरफ गूगल मैप के कई फायदे है वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ नुकसान भी है। अगर आपने अपनी गाड़ी में डैश बोर्ड पर मोबाइल होल्डर नही लगवाया है तो इस खबर पर गौर फरमाने की जरुरत है।
खबरों के मुताबिक हाल ही में दिल्ली में एक शक्स का पुलिस ने चालान काटा था। कार चालक किसी से फोन पर बात नही कर रहा था बल्कि वो फोन में गूगल मैप का इस्तेमाल कर रहा था। और पढ़ें – Delhi: आखिर कहां गए सरकारी स्कूलों के 1.66 लाख छात्र?
इसी कडी में दिल्ली पुलिस का कहना है कि मोबाइल होल्डर के बजाय डैशबोर्ड या हाथ में पकड़कर गूगल मैप का इस्तेमाल करना ट्रैफिक रूल्स के खिलाफ है, ऐसा करने से ड्राइविंग के दौरान ध्यान भंग होने की आशंका बनी रहती है। ये मामला लापरवाह ड्राइविंग की श्रेणी में ही आता है और मोबाइल होल्डर का इस्तेमाल करना आवश्यक है।
अगर आप ड्राइविंग के दौरान गूगल मैप का इस्तेमाल करते हैं तो इसके लिए अपने वाहन में मोबाइल होल्डर फिट करवाना जरूरी है। ड्राइविंग के समय हाथ में मोबाइल लेकर गूगल मैप का यूज करने के कारण आपका 5 हजार रुपये तक का चालान कट सकता है।
मोबाइल होल्डर बाइक में 200 रुपये तक और कार में 1 हजार रुपये तक लगया जा सकता है। अगर आप समय रहते मोबाइल होल्डर को फिट करा लेते हैं तो आपका चालान कटने से बच सकता हैं। और पढ़ें – Delhi: आखिर कहां गए सरकारी स्कूलों के 1.66 लाख छात्र?