नई दिल्ली (दीप्ति गोस्वामी): White House Office ने Twitter पर 29 दिन बाद PM Modi को Unfollow कर दिया। तेजी से फैल रही महामारी की खब़रों के बीच इस बड़ी खब़र ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। खास़ बात ये भी है कि खुद President Donald Trump ने भी Social Media Platform Twitter पर प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी को Unfollow कर दिया है।
अभी White House Office के Twiiter Handle ने 6 Accounts को अनफॉलो किया है, मौजूदा हालातों में वो 13 को Follow कर रहा है। व्हाइट हाउस फिलहाल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को और अमेरिकी प्रशासन से जुड़े कुछ अमेरिकी उच्चाधिकारियों को Follow कर रहा है।
दिलचस्प है कि राष्ट्रपति ट्रम्प की ओर मलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (hydroxychloroquine) को कोरोना वायरस (Corona Virus) के खिल़ाफ तुरूप का इक्का बताया गया था। अमेरिकी प्रशासन की दरख्वास्त पर भारी पैमाने पर दिल्ली की ओर से इसका निर्यात वाशिंगटन को किया गया। इसके साथ ही भारत ने इस दवाई के निर्यात पर लगे प्रतिबंधों की समीक्षा करते हुए, इसे खुलतौर पर वैश्विक बाज़ार में उतार दिया। भारत की ये दरियादिली देखते हुए
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्विट कर लिखा था कि- मुश्किल हालातों के बीच एक अच्छे दोस्त के सहयोग जरूरत होती है। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के निर्यात का जो फैसला भारत सरकार और भारत के लोगों ने लिया है उसके लिए शुक्रिया। ये कदम हमेशा याद रखा जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी का असाधारण नेतृत्व ना सिर्फ भारत के लिए मददगार हो रहा है बल्कि ये पूरी इंसानियत की भी सहायता कर रहा है।
ठीक इसी ट्विट के बाद White House Office के Official Twitter Handle ने Pm Modi को Follow कर शुरू किया था। हालांकि एकदम से Pm Modi को Unfollow करना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। कूटनीतिक जानकार मानते है कि अमेरिकी प्रशासन ने अपनी हितों की पूर्ति करने के लिए Twitter Strategy अपनायी थी।
फिलहाल Indo-American Diplomatic Channel में किसी तरह की कड़वाहट देखने को नहीं मिली है। ना ही नई दिल्ली की ओर से इस पर कोई औपचारिक आपत्ति दर्ज करवायी गयी है। फिलहाल व्हाइट हाउस के इस रवैये सभी हैरान है। Global Pandemic के बीच सीमित संसाधनों के साथ, भारत में अपने हितों की परवाह ना करते हुए 55 देशों को HCQ निर्यात करके ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना का परिचय दिया। जिसकी तारीफ दुनियाभर के कई बड़े देशों ने की।
हालांकि इससे पहले White House Office ने किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष को Follow नहीं किया था। पीएम मोदी को फॉलो करना अपवाद था। इस तरह से पीएम मोदी को अनफॉलो करना अमेरिकी प्रशासन का इरादतन कदम रहा होगा। खैर वज़ह जो भी हो इससे भारत की साख पर किसी तरह की आंच नहीं आयेगी। भारत पहले की तरह मानव सेवा के लिए तत्पर रहेगा।