नई दिल्ली (शाश्वत अहीर): पुलिस उपायुक्त (डीसीपी नॉर्थ) सागर सिंह कलसी ने कहा कि बीते शुक्रवार (20 मई 2022) को दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर रतन लाल (DU Professor Dr. Ratan Lal) को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से फेसबुक पर दुर्भावनापूर्ण पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट (Social Media Post) में वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर पाये गये ‘शिवलिंग’ के दावों का जिक्र है।
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के मुताबिक रतन लाल के खिलाफ 17 मई की रात को फेसबुक पर जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट कर धर्म विशेष/धार्मिक मान्यताओं का अपमान करने के साथ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मामले से जुड़ी शिकायत हासिल हुई थी। बता दे कि ये शिकायत दिल्ली के एक वकील ने दर्ज करायी थी।
वकील ने अपनी शिकायत में कहा कि पोस्ट ज्ञानवापी मस्जिद परिसर (Gyanvapi Mosque Complex) में मिले ‘शिवलिंग’ के बारे में था, जो कि अपने आप में संवेदनशील मुद्दा है और मामला अदालत के समक्ष लंबित है।
डीसीपी (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा कि, “डीयू के हिंदू कॉलेज (Hindu College) में इतिहास के प्रोफेसर रतन लाल के खिलाफ मंगलवार (17 मई 2022) रात फेसबुक पर जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट के बारे में एक शिकायत हासिल हुई थी, जिसका मकसद अपमान करके धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना था। पुलिस ने ये शिकायत हासिल करने के बाद प्रोफेसर रतन लाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए/295-ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच पड़ताल दिल्ली पुलिस की साइबर सैल शाखा (नॉर्थ) कर रही है।
बता दे कि मामला भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) धारा 153ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना और सद्भाव ध्वस्त रखने के लिए हानिकारक कृत्य करना) और 295ए (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिये जानबूझकर काम करना) के तहत दर्ज किया गया था। पुलिस मौजूदा मामले को धर्म विशेष और उससे जुड़े वर्गों के अपमान से जोड़कर छानबीन को आगे बढ़ा रही है।