न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): लखनऊ के एमिटी विश्वविद्यालय (Amity University of Lucknow) में एलएलबी के एक छात्र ने कक्षा में एक सहपाठी को चाकू से गोद डाला। जिससे बाद पीड़ित छात्र अस्पताल में अपनी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। पीड़ित की शिनाख़्त 26 वर्षीय चंद्र भूषण भारद्वाज (Chandra Bhushan Bhardwaj) के तौर पर हुई, जो कि फिलहाल बेहोश है। फिलहाल आरोपी सुधांशु शेखर (Sudhanshu Shekhar) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विभूति खंड (Vibhuti Khand) ने कहा कि पीड़ित के दोस्त ने उन्हें बताया कि वो शख़्स अपने बैग में छुरी लेकर आया था। हालांकि इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता आरोपी ने उस पर अंधाधुंध हमला कर दिया। हमले के दौरान चंद्र भूषण भारद्वाज खाली हाथों अपने बचाव करने की कोशिश कर रहे थे, इस दौरान उनके हाथ में गंभीर चोटें आयी। उनके गले और हाथ पर भी गहरे जख़्म आये हैं।
पीड़ित के दोस्त ने कहा कि मौके पर मौजूद दूसरे छात्र बीच बचाव के लिये मौके पर दखल दे सकते थे, लेकिन उन्होनें ऐसा नहीं किया क्योंकि हमलावर बेहद गुस्से में था। अगर कोई बीच बचाव करने सामने आता तो जान को खतरा हो सकता था। हमले के बाद में उन्होंने बीच-बचाव कर पीड़ित की मदद के लिये आगे बढ़े।
पुलिस ने दावा किया कि लव ट्रांयगल की वज़ह से ये हत्या हुई। शेखर की एक लड़की से दोस्ती थी जो पीड़ित से अक्सर बात करती थी। आरोपी बीच पनपे वाले समीकरण से परेशान थे। इसी बात को लेकर दोनों में मारपीट हुई। आरोपी पर हत्या के प्रयास के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है। एमिटी यूनिवर्सिटी ने वारदात के बारे में बयान भी जारी किया।
एमिटी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले पर कहा कि- ये हमारे संज्ञान में आया है कि कैंपस में दो छात्रों के बीच झगड़ा हुआ जिससे हिंसा हुई। लड़ाई की वज़ह अभी तक साफ नहीं है, लेकिन विश्वविद्यालय ने जांच के आदेश दे दिये हैं। दोनों छात्रों को जांच जारी रहने तक निलंबित कर दिया गया है। परिसर में किसी भी तरह की हिंसा के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है और विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार कार्रवाई करेंगे। छात्रों के माता-पिता को मामले की जानकारी दे दी गयी है। हम इसकी जांच में पुलिस का सहयोग करेंगे।