न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): रामनवमी (Ram Navami) जो देश भर के हिंदुओं का अहम त्यौहार है, इस साल न सिर्फ उत्सव मनाया गया बल्कि हिंसक झड़पें भी हुईं। इस साल कम से कम चार राज्यों से सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) की खबरें सामने आयी, जहां झड़पों के कारण शोभायात्राओं को बाधित किया गया। रामनवमी की शोभायात्राओं के दौरान मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और गुजरात (West Bengal and Gujarat) जैसे कई राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा की खबरें सामने आयी, जिनमें दो लोगों के मारे जाने की खबर है।
देश के कई हिस्सों से हुई झड़पों के कारण, राज्य सरकारों ने जनता पर कुछ प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश और झारखंड के कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गयी है और सभी धार्मिक सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
गुजरात
गुजरात के आणंद जिले और साबरकांठा जिले (Anand and Sabarkantha districts) में सांप्रदायिक हिंसा की जानकारी सामने आयी। दोनों इलाकों से पथराव और आगजनी हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गये। हालातों पर काबू पाने के लिये पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश के खरगोन (Khargone) इलाके में भी हिंसा हुई, जिसके बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। शहर में रामनवमी की शोभायात्राओं से झड़पों और आगजनी की खबरें सामने आयी और अशांत इलाकों में पुलिस समेत हथियारबंद सुरक्षा बलों की तैनात कर दी गयी।
पश्चिम बंगाल
भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी (BJP leader Suvendu Adhikari) ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में सांप्रदायिक हिंसा दिखाते हुए एक वीडियो ट्वीट किया, जहां कथित तौर पर पुलिस ने रामनवमी के जुलूस पर हमला किया। अधिकारी ने कहा कि समारोह में हिस्सा लेने वालों को परेशान किया गया और उनकी पिटाई भी की गयी।
झारखंड
सूत्रों के मुताबिक झारखंड से सांप्रदायिक हिंसा की खबरें सामने आयी, जब रामनवमी के जुलूस के दौरान जमकर पथराव किया गया। जिसके कारण दो गुटों के बीच झड़प हो गयी। बोकारो और लोहरदगा (Bokaro and Lohardaga) जिलों में कुल आठ लोग घायल हो गये और हिंसाग्रस्त इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गयी।
जब से नवरात्रि का त्यौहार शुरू हुआ तब से देश के कई हिस्सों से सांप्रदायिक हिंसा और झड़पों की खबरें लगातार आ रही हैं, जिसमें सबसे बड़ा सांप्रदायिक राजस्थान के करौली जिले में देखा गया, जहां हिंदूओं द्वारा आयोजित रैली के दौरान पथराव की घटनायें सामने आयी, जिससे काफी राजनीतिक आक्रोश फैल गया।