न्यूज़ डेस्क (दिगान्त बरूआ): दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल (Special Cell of Delhi Police) ने अफीम तस्करों (laudanum Smugglers) के गिरोह का पर्दाफाश किया। कोरोना इन्फेक्शन (Corona infection) के बीच ये गिरोह ई-पास का इस्तेमाल करते हुए, बेहद शातिराना तरीके से स्मगलिंग कर रहा था। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक गिरोह के सदस्य झारखंड के हजारीबाग (Hazaribagh of Jharkhand) से अक्सर तस्करी के सिलसिले में दिल्ली आया करते थे। इस दौरान ये लोग कई राज्यों की पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए वारदात को अंजाम दिया करते थे। खुफिया जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने इन्हें पकड़ने के लिए आउटर रिंग रोड बुराड़ी चौक के पास मोर्चा संभाल लिया। मौका पाते ही जवानों ने गिरोह के दो सदस्यों को धर दबोचा।
इस दौरान दिल्ली पुलिस ने आरोपियों से 12 किलो अफीम की बरामदगी की। जिसकी कीमत तकरीबन 2 करोड़ रुपए हैं। गिरफ्तारी और बरामदगी (Arrest and recovery) के साथ दिल्ली पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किए वाहन को भी जब़्त (Forfeit) कर लिया। दिल्ली पुलिस खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि, ड्रग्स की तस्करी करने वाला एक अंतर्राज्यीय गिरोह (Interstate gang) काफी दिनों से सक्रिय है। इनकी गतिविधियां झारखंड, बिहार, यूपी, दिल्ली और पंजाब देखी जा रही है। सूचना के आधार पर पुलिस की खास टीम ने तकरीबन 1 महीने इन पर पैनी निगाहें बनाए रखी। लॉकडाउन के दौरान आने-जाने में कोई दिक्कत ना हो, इसलिए अपराधियों ने वारदात में इस्तेमाल हो रही कार के लिए ई-पास (E-pass) जारी करवाया। पुलिस ने फिलहाल शान मसीह और चेतन पटियाल को हिरासत में ले लिया है। गिरोह के दूसरे सदस्य की धरपकड़ के लिए जांच जारी है।
दिल्ली पुलिस ने गिरोह के नेटवर्क और उसके सरगना गुरमीत सिंह की तलाश के लिए कई टीमों को अलग-अलग जगहों पर रवाना कर दिया है। साथ ही खुफिया जानकारी के आधार पर संदिग्ध ठिकानों (Suspected locations) पर दबिश दी जा रही है।