बिजनेस डेस्क (राजकुमार): प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज (21 फरवरी 2022) इंडिया बुल्स कंपनी (India Bulls Company) और उसके प्रमोटर समीर गहलोत के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) के सिलसिले में मुंबई और दिल्ली में इंडिया बुल्स फाइनेंस सेंटर के कार्यालयों पर छापेमारी की। ईडी ने ये केस रियल एस्टेट का कारोबार करने वाले पुणे के कारोबारी के बयान के आधार पर अप्रैल 2021 में दर्ज किया था। ईडी अधिकारियों ने आज को छापेमारी की योजना बनाने के लिये बीते रविवार (20 फरवरी 2022) को बैठक की। जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेजों को बरामद करने के लिये अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।
इससे पहले कंपनी और उसके प्रमोटर के खिलाफ महाराष्ट्र के पालघर में मामला दर्ज किया गया था। एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि रियल एस्टेट कंपनी (Real Estate Company) ने पहले इंडिया बुल्स से कर्ज लिया और फिर इंडिया बुल्स हाउसिंग शेयरों में निवेश किया। कंपनी ने शेयर मूल्य (Share Price) में इज़ाफा किया था और पैसा बाद में अन्य संस्थाओं को भेज दिया गया। दिल्ली हाई कोर्ट ने ईडी को कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से रोकने का आदेश जारी किया था।
ईडी की छापेमारी का सीधा असर इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (Indiabulls Housing Finance) के शेयरों पर भी देखने को मिला। आज बाज़ार खुलने के साथ कंपनी के शेयर 182.00 रूपये प्रतिशेयर पर खुले। इसने अधिकतम 191.60 रूपये प्रतिशेयर का आंकड़ा छुआ, जिसके बाद छापेमारी की सुर्खियां सामने आते ही इसे शेयर औंधे मुँह गिरने लगे। शाम होते होते शेयरों में 21 रूपये प्रतिशेयर की गिरावट देखने को मिली, जहां ये 163.55 रूपये प्रतिशेयर के दाम पर आ गिरा।