न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) को तलब किया और उनसे अवैध खनन मामले में चल रही जांच में पूछताछ के लिये तीन नवंबर को पेश होने को कहा। एजेंसी ने सोरेन को सुबह 11.30 बजे तक झारखंड के रांची (Ranchi of Jharkhand) में ईडी क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होने को कहा है।
ईडी की ये कवायद सोरेन के कथित करीबी सहयोगी पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) के घर से दो साइन की गयी चेकबुक समेत पासबुक जब्त करने के लगभग एक महीने बाद सामने आयी है। साहेबगंज (Sahebganj) और उसके आसपास के इलाकों में अपने सहयोगियों के जरिये पंकज मिश्रा बड़े पैमाने पर अंतर्देशीय नौका सेवायें (Inland Ferry Services) चलाने और झारखंड के साहेबगंज जिले कई इलाकों में स्टोन क्रेशर चलाने, पत्थर के चिप्स और बोल्डर के खनन पट्टे गलत तरीके से हासिल करने के लिये न्यायिक हिरासत में हैं।
ईडी ने ये खुलासा तब किया जब उसने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के तहत पंकज मिश्रा, बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश के खिलाफ झारखंड की राजधानी रांची की विशेष अदालत में शिकायत दर्ज की।
जांच के दौरान ईडी ने पूरे देश में अलग-अलग 47 ठिकानों पर दबिश दी, इस दौरान एजेंसी को 5.34 करोड़ रूपये कैश मिले। बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रूपये की रकम जब़्त की गयी। साथ ही अंतर्देशीय पोत एमवी इंफ्रालिंक –III, 5 नंबर स्टोन क्रैशर, दो हाइवा ट्रक के अलावा आपत्तिजनक दस्तावेज समेत दो एके 47 असॉल्ट राइफल्स जब्त की गयी।
बता दे कि ईडी ने पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को, बच्चू यादव (Bachchu Yadav) को 4 अगस्त को और प्रेम प्रकाश को 25 अगस्त को गिरफ्तार किया था। अब तक गिरफ्तार किये गये सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने पंकज मिश्रा और अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत साहेबगंज के बरहरवा पुलिस स्टेशन (Barharwa Police Station) में एफआईआर की बुनियाद पर मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) की जांच शुरू की।
बाद में आईपीसी, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और दर्ज अवैध खनन के के तहत और भी धाराओं को एफआईआर में जोड़ा गया। अब तक ईडी ने इस मामले में अवैध खनन से कमायी गयी गैरकानूनी कमाई के 1,000 करोड़ रूपये से ज़्यादा का पता लगाया है।
ईडी ने इससे पहले अपने एक बयान में कहा था कि- “पीएमएलए जांच से पता चला है कि पंकज मिश्रा, जो कि राजनीतिक दबदबे वाले हैं, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि होने के नाते वो बरहेट (Barhait), झारखंड से विधायक, साहेबगंज और उसके आसपास के इलाकों में अवैध खनन कारोबार के साथ-साथ अंतर्देशीय नौका सेवाओं को अपने सहयोगियों की मदद से चला रहे हैं।”
ईडी ने कहा है कि पंकज मिश्रा के पास से लगभग 42 करोड़ रूपये की गैरकानूनी तरीके से कमायी गयी कमाई का पता लगाया जा चुका है।