न्यूज डेस्क (मातंगी निगम): पंजाब पुलिस ने आज (7 जून 2022) मशहूर पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसे वाला हत्या मामले (Sidhu Moosewala Murder Case) में आठ लोगों को गिरफ्तार किया। इन लोगों पर हत्या के लिये शूटरों को मदद देने का आरोप है। माना जा रहा है कि हत्यारों को इन्हीं लोगों की मदद से रसद मिली साथ ही इन्हीं लोगों ने रेकी करने में उनकी मदद की। इस बात की जानकारी राज्य के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने सार्वजनिक की।
पंजाब सूचना और जनसंपर्क विभाग (Punjab Information and Public Relations Department) द्वारा जारी बयान के मुताबिक मूसे वाला के शरीर पर 19 गोलियां लगी थीं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि गोली लगने के 15 मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई थी। उनकी मौत की बड़ी वज़ह एकाएक तेजी से होती खून का रिसाव था। बयान में कहा गया है कि मूसेवाला 29 मई को शाम करीब 4.30 बजे अपने पड़ोसी गुरविंदर सिंह (Gurvinder Singh) और चचेरे भाई गुरप्रीत सिंह (Gurpreet Singh) के साथ घर से निकले थे, जब कुछ अज्ञात लोगों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
हिरासत में आये ये अभियुक्त
गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों की शिनाख़्त हरियाणा के सिरसा निवासी संदीप सिंह उर्फ केकड़ा, बठिंडा के तलवंडी साबो निवासी मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना, फरीदकोट के धाईपई निवासी मनप्रीत भाऊ, अमृतसर के गांव डोडे कलसिया के सरज मिंटू, तख्त-मॉल के प्रभदीप सिद्धू उर्फ पब्बी, हरियाणा के सोनीपत के गांव रेवली के मोनू डागर, हरियाणा के फतेहाबाद के पवन बिश्नोई और नसीब के तौर पर हुई है।
एडीजीपी एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स प्रमोद बान ने दिया अहम बयान
बयान में कहा गया है कि पुलिस ने वारदात में शामिल चार शूटरों की भी पहचान कर ली है। गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों की भूमिकाओं के बारे में बताते हुए एडीजीपी एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स प्रमोद बान (ADGP Anti-Gangster Task Force Pramod Ban) ने कहा कि, “केकड़ा ने गोल्डी बरार और सचिन थापन के कहने पर खुद को फैन बताकर सिद्धू मूसेवाला के घर पहुँचा। उसने उनके साथ सेल्फी भी क्लिक की थी। सिद्धू मूसेवाला हत्या से कुछ मिनट अपने घर से निकलकर अपनी बीमार मौसी से मिलने मानसा (Mansa) जा रहे थे।”
शुरूआती जांच में सामने आया कि – केकड़ा ने सभी इनपुट शूटरों के साझा किये, जैसे गायक अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ नहीं था, उनके कार में बैठने वाले लोगों की संख्या, गाड़ी की डिटेल साथ ही उसने शूटरों को ये भी बताया कि सिद्धू मूसेवाला गैर-बुलेट-प्रूफ कार में सवार है। इस दौरान हिरासत में लिये गये सभी अभियुक्त शूटरों और विदेशी हैंडलरों के सम्पर्क में लगातार बने हुए थे।
एडीजीपी ने मीडिया को बताया कि- सरज मिंटू के कहने पर मनप्रीत मन्ना (Manpreet Manna) ने मनप्रीत बहू को कार मुहैया करवायी थी। जिसमें दोनों शूटर कार की अगली सीट पर बैठे हुए थे। सरज मिंटू गोल्डी बरार और सचिन थापन (Goldie Brar and Sachin Thapan) का करीबी सहयोगी है।
एडीजीपी ने आगे कहा कि पांचवें आरोपी प्रभदीप सिद्धू (Prabhdeep Sidhu) जनवरी 2022 में हरियाणा से आया गोल्डी बरार के दो साथियों को उसने ठिकाना मुहैया करवाया। जिनके साथ उसने मूसेवाला के घर और आसपास के इलाकों की रेकी भी की थी, जबकि मोनू डागर (Monu Dagar) ने दो शूटरों की व्यवस्था की थी। छानबीन में सामने आया कि बरार के कहने पर इस मर्डर को अंजाम देने के लिये उसने ही शूटरों की टीम इकट्ठा करने में मदद की थी।
बान ने आगे कहा कि, “पवन बिश्नोई (Pawan Bishnoi) और नसीब ने शूटरों को एक गाड़ी देने के साथ नया ठिकाना मुहैया करवाया। आईजीपी पीएपी जसकरण सिंह (IGP PAP Jaskaran Singh) की अगुवाई में विशेष जांच दल मामले की पर्तें खोलने के लिये रणनीतिक रूप से काम कर रहा है और साथ ही पहचान किये गये शूटरों और वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये एकजुट कोशिशों की जा रही हैं।